हर साल निकाले जाने वाले कुल सोने का लगभग 78% आभूषणों में बनाया जाता है क्योंकि इसे काम में लाना बहुत आसान है, इसे तार में खींचा जा सकता है, पतली चादरों में ढाला जा सकता है, पिघलाया जा सकता है और आकार दिया जा सकता है।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद ने जीएसटी परिषद से आभूषणों पर कर की दर मौजूदा तीन प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत करने की अपील की है।
कटे और पॉलिश हीरों का कुल निर्यात अक्टूबर में 47.90 प्रतिशत बढ़कर 19,178.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, सोने के आभूषणों का कुल निर्यात 72.05 प्रतिशत बढ़ा
फिलहाल 10 ग्राम सोने की कीमत 46,000-47,000 रुपये प्रति 22 कैरेट के स्तर पर है जो 2020 की तुलना में करीब पांच प्रतिशत कम है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात ने 2021-22 की पहली तिमाही में 9.2 अरब डॉलर के निर्यात का कोविड से पहले का स्तर हासिल कर लिया है।
कंपनी के मुताबिक आधी नौकरियां महिलाओं के लिये होगी और ये डिजाइन, मार्केटिंग, सप्लाई चेन, फाइनेंस आदि क्षेत्रों में मिलेंगी।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश के लिए लागू रात्रि कफ् र्यू तथा सप्ताहांत लॉकडाउन से निर्यात परिचालन को छूट देते हुए परिचालन शुरू करने की अनुमति दी है।
रत्न एवं आभूषण उद्योग ने आगामी केंद्रीय बजट में सोने पर सीमा शुल्क को घटाकर चार प्रतिशत करने, स्रोत पर एकत्र किए गए कर (टीसीएस) को वापस लिए जाने, पॉलिश किए हुए बहुमूल्य एवं अर्ध-मूल्यवान रत्नों पर आयात शुल्क में कटौती किए जाने की मांग की है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन कोलिन शाह ने सोने पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत घटाकर 4.5 प्रतिशत और हीरे पर 7.5 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सोने की मांग में गिरावट देखने को मिली है, सितंबर तिमाही दुनियाभर में सोने की मांग में 19 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है और कुल 892.3 टन सोने की मांग दर्ज की गई है।
अप्रैल से जुलाई के बीच तराशे गए हीरों का निर्यात पिछले साल के मुकाबले 46.5 फीसदी गिरा
लॉकडाउन की वजह से सोने की खरीदारी में दिखी तेज गिरावट
कारोबारियों के मुताबिक एक माह में कारोबार सामान्य स्थिति में पहुंच सकता है
कोरोना वायरस का प्रभाव दूसरी तिमाही में इससे भी बुरा होगा, क्योंकि लॉकडाउन मई तक बढ़ाया गया है और स्थितियां सामान्य होने में अभी और समय लगेगा।
स्टोर बंद रहने की वजह से ज्वैलर्स ऑनलाइन खरीदारी और सांकेतिक खरीद के विकल्प लेकर आ रहे हैं।
SBI के मुताबिक बीमा न होने से उद्योग पर बैंकों का भरोसा कम है
त्यौहार के मौसम की शुरुआत में, सोने की कीमतें पिछले महीने 40,000 रुपए प्रति 10 ग्राम की ऊंचाई पर जा पहुंची थी और अभी भी कीमत अधिक बनी हुई हैं।
अमेरिका में शाही भारतीय आभूषणों के संग्रह की बोली 10.9 करोड़ डॉलर यानी करीब 755 करोड़ रुपए से ज्यादा की लगाई गई। इनमें 17 कैरेट का गोलकुंडा हीरा 'अर्काट 2' 23.5 करोड़ रुपए में नीलाम हुआ।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन अनंत पद्मनाभन ने वित्त मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश के लिए सोने पर 10 प्रतिशत का आयात शुल्क लगाया जा रहा है।
भारत में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 10 प्रतिशत और निवेश के लिए 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है
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