सरकार ने 5 लाख रुपए तक की गोल्ड ज्वैलरी की खरीदारी पर लगने वाले एक फीसदी TCS को वापस ले लिया है। ज्वैलर्स लंबे समय से इसका विरोध कर रहे थे।
घरेलू हाजिर बाजार में सुस्त मांग और ग्लोबल मार्केट में कमजोरी के सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। सोना 29,000 रुपए के नीचे आ गया है।
अक्षय तृतीया के मौके पर गोल्ड की कीमतें 2 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके कारण ज्वैलर्स को बिक्री घटने का डर सता रहा है।
ज्वैलर्स के हड़ताल और विरोध के बावजूद गैर चांदी वाले ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने का फैसला सरकार वापस नहीं लेगी। उन्होंने कहा टैक्स देना ही होगा
दिल्ली सहित देश के अनेक भागों में ज्वैलर्स व सर्राफा व्यापारियों ने अपनी हड़ताल सोमवार को फिर शुरू की। एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं
सरकार ने आभूषण निर्माताओं से बकाए एक्साइज ड्यूटी का भुगतान जून में एक साथ करने को कहा है। उत्पाद शुल्क विभाग के पास रजिस्ट्रेशन कराने का भी निर्देश दिया है।
देश भर में 42 दिनों से जारी ज्वैलर्स की हड़ताल खत्म हो गई है। बुधवार को ज्वैलर्स ने इसका औपचारिक ऐलान किया। दिल्ली और मुंबई के ज्वैलर्स काम पर लौट चुके हैं।
गैर-चांदी की ज्वैलरी पर लगाए गए एक्साइज ड्यूटी को हटाने से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने साफ इनकार कर दिया है। पिछले 40 दिनों से हड़ताल पर हैं ज्वैलर्स।
एक्साइज ड्यूटी लगाए जाने के विरोध में भले ही ज्वैलर्स की हड़ताल जारी है, लेकिन शादी-ब्याह की मांग पूरी करने के लिए काफी काम भूमिगत होकर किया जा रहा है।
पिछले 34 दिनों से हड़ताल कर रहे सर्राफा व्यापारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और उत्पाद शुल्क वापस लेने की मांग करेंगे।
ज्वैलर्स की हड़ताल के बीच वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिये तैयार है कि छोटे ज्वैलर्स को परेशान नहीं किया।
ज्वैलर्स की मांगों पर गौर करने के लिए एक समिति बिठाने के सरकार के आश्वासन के बावजूद बजट प्रस्तावों पर आभूषण व्यापारियों की हड़ताल 26वें दिन भी जारी है।
सोने के आभूषण निर्माताओं और जौहरियों की 18 दिन लंबी हड़ताल के कारण इस इंडस्ट्री को 60000 से 70000 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है।
On Saturday Jewellers called off their 18-day old strike. government assured them that there will be no harassment by excise officials.
ज्वैलर्स की जारी बेमियादी हड़ताल के चलते 60,000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबारी नुकसान होने का अनुमान है। एसोसिएशनों ने कहा की हड़ताल जारी रहेगी।
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्टर्स ने केंद्र से गैर-चांदी की ज्वैलरी पर एक फीसदी ड्यूटी लगाने के फैसले को वापस लेने की मांग की है।
ज्वैलर्स पिछले छह दिनों से हड़ताल पर हैं, जिसके कारण अब तक 10,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है। अब हड़ताल को अनिश्चितकाल के लिए जारी रखने का फैसला किया है।
बजट में बुलियन पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में कारोबारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया गया है।
आभूषण निर्माताओं ने एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क फिर से लगाए जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ अपनी हड़ताल सात मार्च तक जारी रखने का फैसला किया।
बजट में प्रस्तावित एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी और दो लाख रुपए से ज्यादा के ट्रांजैक्शन पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से नाराज ज्वैलर्स आज से हड़ताल पर चले गए हैं।
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