महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने आज यानी 15 अक्टूबर से ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू कर दी है। चुनाव आयोग ने राज्य में कई फ्लाइंग स्क्वॉड और सर्वीलांस टीमों को तैनात किया है।
हर साल निकाले जाने वाले कुल सोने का लगभग 78% आभूषणों में बनाया जाता है क्योंकि इसे काम में लाना बहुत आसान है, इसे तार में खींचा जा सकता है, पतली चादरों में ढाला जा सकता है, पिघलाया जा सकता है और आकार दिया जा सकता है।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद ने जीएसटी परिषद से आभूषणों पर कर की दर मौजूदा तीन प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत करने की अपील की है।
इम्पोर्ट के सेटलमेंट से जुड़े बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे चांदी का आयात करने वाले ज्वैलर्स को 11 दिन के लिए एडवांस पेमेंट भेजने की परमिशन दें।
सोने की बिक्री से जुड़े नियमों में सरकार की ओर से महत्वपूर्ण बदलाव किये गये हैं, जिसे 1 अप्रैल, 2023 से लागू किया जाएगा। आइये जानते हैं इसके बारे में
Joyalukkas सबसे बड़े आभूषण खुदरा और ई-कॉमर्स श्रृंखलाओं में से एक है, जो लगभग 68 शहरों में शोरूम का संचालन करती है और देश के सबसे बड़े आभूषण खुदरा विक्रेताओं में से एक है।
कटे और पॉलिश हीरों का कुल निर्यात अक्टूबर में 47.90 प्रतिशत बढ़कर 19,178.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, सोने के आभूषणों का कुल निर्यात 72.05 प्रतिशत बढ़ा
फिलहाल 10 ग्राम सोने की कीमत 46,000-47,000 रुपये प्रति 22 कैरेट के स्तर पर है जो 2020 की तुलना में करीब पांच प्रतिशत कम है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात ने 2021-22 की पहली तिमाही में 9.2 अरब डॉलर के निर्यात का कोविड से पहले का स्तर हासिल कर लिया है।
ऐसा अनुमान है कि भारत में हर साल 10.12 करोड़ गोल्ड ज्वेलरी पीस बनाए जाते हैं। इसके अलावा 6-7 करोड़ पीस का मौजूदा स्टॉक भी हॉलमार्किंग के लिए बचा है।
एएआर की कर्नाटक पीठ ने निष्कर्ष दिया कि जीएसटी सिर्फ बिक्री मूल्य और खरीद मूल्य के मार्जिन पर ही देय होगा, क्योंकि इस आभूषण को गलाकर नया आभूषण नहीं बनाया जा रहा।
कंपनी के मुताबिक आधी नौकरियां महिलाओं के लिये होगी और ये डिजाइन, मार्केटिंग, सप्लाई चेन, फाइनेंस आदि क्षेत्रों में मिलेंगी।
रिजर्व बैंक के सर्कुलर के मुताबिक बैंकों को गोल्ड लोन का कुछ हिस्सा एक किलो अथवा इससे अधिक सोने के रूप में लौटाने का विकल्प लेनदारों को देना चाहिए।
जीजेसी ने सभी आभूषण विक्रेताओं से खुद को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के साथ पंजीकृत कराने का आग्रह किया है।
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते रत्न और आभूषण उद्योग को लगातार दूसरे साल अक्षय तृतीया के अवसर पर ब्रिकी में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा।
अक्षय तृतीय के दिन शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत काफी कमजोर रही और आभूषण विक्रेताओं को इस बार 10 से 15 प्रतिशत बिक्री कारोबार होने की उम्मीद लग रही है।
अक्षय तृतीय के दिन शुक्रवार को कारोबार की शुरुआत काफी कमजोर रही और आभूषण विक्रेताओं को इस बार 10 से 15 प्रतिशत बिक्री कारोबार होने की उम्मीद लग रही है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश के लिए लागू रात्रि कफ् र्यू तथा सप्ताहांत लॉकडाउन से निर्यात परिचालन को छूट देते हुए परिचालन शुरू करने की अनुमति दी है।
रत्न एवं आभूषण उद्योग ने आगामी केंद्रीय बजट में सोने पर सीमा शुल्क को घटाकर चार प्रतिशत करने, स्रोत पर एकत्र किए गए कर (टीसीएस) को वापस लिए जाने, पॉलिश किए हुए बहुमूल्य एवं अर्ध-मूल्यवान रत्नों पर आयात शुल्क में कटौती किए जाने की मांग की है।
रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन कोलिन शाह ने सोने पर आयात शुल्क 12.5 प्रतिशत घटाकर 4.5 प्रतिशत और हीरे पर 7.5 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत करने का सुझाव दिया है।
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