एयरलाइंस कंपनियां अपनी मर्जी के हिसाब से किराया वसूल रही हैं। कुछ कंपनियां अमृतसर-मुंबई मार्ग पर 300 फीसदी अधिक यानी 23,000 रुपए तक किराया ले रही हैं।
पीएचडी चैंबर ने कहा है कि उत्तर भारत के राज्यों को जाट आंदोलन के कारण आर्थिक गतिविधियां बाधित होने से 34,000 करोड़ रुपए के नुकसान होने का अनुमान है।
एसोचैम के मुताबिक हरियाणा में जाट आंदोलन के कारण सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने से राज्य को लगभग 20,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
जाट आंदोलन की आंच पड़ोसी पंजाब के इंडसट्री पर भी महसूस होने लगी है। व्यापारियों को कच्चे माल की कमी के साथ तैयार माल को भेजने में दिक्कत शुरू हो गई है।
जाट आंदोलन की वजह से दिल्ली में पीने का पानी खत्म होने को है, वहीं दिल्ली-एनसीआर में सब्जियों और दूध की सप्लाई पर गहरा असर पड़ा और कीमतें बढ़ गई हैं।
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