प्रधानमंत्री जन धन अकाउंट किसी भी बैंक शाखा या व्यवसाय प्रतिनिधि (बैंक मित्र) आउटलेट में खोला जा सकता है। यह अकाउंट एक जीरो बैलेंस अकाउंट होता है। यानी हर महीने औसत मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की अनिवार्यता नहीं होती है।
पीएमजेडीवाई को 28 अगस्त, 2014 को वित्तीय समावेश के लक्ष्य के साथ शुरू किया गया था। इस योजना ने ने बैंकिंग सेवाओं से वंचित नागरिकों के सशक्तिकरण में बड़ी भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए खाते बेसिक बचत खाता जमा (बीएसबीडी) खाते हैं, जिनके साथ रूपे डेबिट कार्ड और ओवरड्रॉफ्ट जैसी विशेष सुविधाएं मिलती हैं।
प्रधानमंत्री जन धन खातों में कुल जमा रकम जल्द ही 90,000 करोड़ रुपये के स्तर को पार जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल को इस महीने 4 साल पूरे हो रहे हैं, इस मौके पर केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपनी 4 साल की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री जनधन योजना (PMJDY) को बड़ी उपलब्धि माना है और इसकी कई सफलताएं भी गिनाई हैं।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना खाते उस समय भी चर्चा में आए जब नोटबंदी के दौरान इसमें से बहुत से खातों मोटी रकम जमा कराई गयी। नवंबर 2016 के अंत में जनधन खातों में जमा रकम बढ़कर 74,000 करोड़ से अधिक हो गयी थी, जो कि उस महीने के शुरू में करीब 45,000 करोड़ रुपये थी।
नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा में हुई जोरदार बढ़ोतरी में अब स्थिरता आती दिख रही है। 30 नवंबर तक सात दिन में जनधन खातों में 1,487 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
500 और 1000 रूपए के पुराने नोटों को बंद करने के ऐलान के बाद के 14 दिनों में जन धन खातों में जमा रकम में करीब 27,200 करोड़ रूपए का इजाफा हुआ है।
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