ईरान के विदेश मंत्री का कहना है कि अमेरिका की कोरी धमकियों के बावजूद तेहरान से भारत को किए जाने वाली तेल की बिक्री जारी रहेगी।
इस साल की शुरुआत में अमेरिका 2015 के ईरान परमाणु संधि से पीछे हट गया था और ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे।
भारत की रिफाइनरी कंपनियों को अगले माह के दौरान ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाना चाहिए या पूरी तरह बंद कर देना चाहिए।
ईरान को नवंबर से लागू होने जा रहे अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत जैसे बड़े ग्राहक से हाथ धोना पड़ सकता है।
वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक ईरान से कच्चे तेल के आयात पर अमेरिकी प्रतिबंध के बाद भारत-ईरान व्यापार को व्यावधान मुक्त रखने के लिए रूपरेखा तैयार करेंगे।
ईरान से कच्चे तेल आयात संबंधी प्रतिबंध नवंबर से लागू हो जाने के बाद भारत अपने इस तीसरे सबसे बड़े आपूर्तिकर्ता देश को कच्चे तेल के लिए एक बार फिर से रुपये में भुगतान कर सकता है।
अमेरिका की संसद की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत ईरान पर नये सिरे से लगाये गये प्रतिबंधों का प्रतिरोध कर सकता है क्यों कि वह ऐसे मामलों में संयुक्तराष्ट्र की व्यवस्थाओं का ही अनुपालन करता रहा है।
ईरान के खिलाफ अमेरिकी प्रतिबंधों के लागू होने से जुड़ी अनिश्चितता के बीच सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) ने अक्टूबर में ईरान से सामान्य रूप से हर महीने होने वाली 7.5 से 8 लाख टन कच्चे तेल के आयात की बुकिंग कराई है।
ईरान के सड़क एवं शहरी विकास मंत्री अब्बास अखोंदी ने कहा कि अंतरिम समझौते के तहत रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण चाबहार बंदरगाह परिचालन के लिए एक महीने के भीतर भारतीय कंपनी को सौंप दिया जाएगा।
पॉम्पियो ने कहा कि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है, लेकिन उनका प्रयास है कि भारत जैसे प्रमुख रक्षा भागीदार को दंडित नहीं किया जाए
मंगलवार को अपने ट्वीटर हेंडल पर ट्रंप ने लिखा कि ईरान के साथ व्यापार करने वाला कोई भी देश अमेरिका से व्यापार नहीं कर सकेगा
अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा ईरान पर कुछ प्रतिबंध आज फिर से लगाए जाने के बीच ईरान के केंद्रीय बैंक ने मुद्रा विनिमय कार्यालयों से प्रतिबंध हटा दिया है।
वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही यानि अप्रैल से जून के दौरान देश से चावल निर्यात में 4 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है, वाणिज्य मंत्रालय की संस्था एपीडा की तरफ से यह जानकारी दी गई है
ईरान ने भारत को कच्चा तेल निर्यात जारी रखने के लिए ढुलाई पर बीमा सुरक्षा तथा अपने जहाज मुहैया कराना शुरू किया है। इससे सीधे जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल ईरान भारत को तेल निर्यात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर ओपेक देशों का अपमान करने और ट्वीट के जरिये तेल बाजार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।
अमेरिका ऐसे देशों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है, जो ईरान से अपना तेल आयात कम कर रहे हैं। ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका भारत और तुर्की जैसे देशों को छूट नहीं देगा, क्योंकि इससे तेहरान पर लगे प्रतिबंधों पर दबाव कम हो सकता है।
भारत ने ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाने का संकेत दिया है। बदले में वह सऊदी अरब और कुवैत से कच्चे तेल की खरीद बढ़ाएगा।
अमेरिका ने दुनिया के सभी देशों से कहा है कि वह ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को देखते हुए वहां से तेल आयात न करें, इन देशों में भारत और चीन भी शामिल हैं। अमेरिका के विदेश विभाग के अधिकारी ने बताया है कि अमेरिका और चीन सहित दुनिया के सभी देशों की तेल कंपनियों को ईरान से तेल आयात नहीं करने को कहा गया है। अमेरिका की तरफ से दुनिया के अन्य देशों से इस साल 4 नवंबर तक ईरान से तेल आयात खत्म करने के लिए कहा गया है
ईरान ने घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने के एक कदम उठाते हुए उन वस्तुओं की एक सूची जारी की है, जिनका आयात प्रतिबंधित कर दिया गया है।
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