अमेरिकी हवाई हमले में ईरान गार्ड्स के पूर्व प्रमुख कासिम सुलेमानी की हत्या को लेकर विदेशी बाजारों में कच्चे तेल के दाम नौ महीने की ऊंचाई पर है।
अधिकारी ने आगे कहा कि जबतक इस निर्माण में ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स संलिप्त नहीं होती है, प्रतिबंधों से छूट आगे भी दी जाती रहेगी।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मंत्रायल के सचिव मुहम्मद हाशिम पोपालजई ने कहा कि हम ईरान से टमाटर को आयात करने की मंजूरी देने पर विचार कर रहे हैं।
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के दो बड़े ठिकानों पर शनिवार को हुए ड्रोन हमलों के बाद कच्चे तेल की कीमत बीते चार महीने में सबसे अधिक दर्ज की गई है। जो दैनिक वैश्विक तेल आपूर्ति का 5 प्रतिशत है।
ट्रम्प ने चुनाव में जीत को लेकर मोदी को बधाई दी और कहा कि दोनों देश सैन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में साथ काम करेंगे।
मंगलवार को कॉमेक्स पर सोने की कीमतों ने 1442.9 डॉलर प्रति औंस का ऊपरी स्तर छुआ है जो मई 2013 के बाद सबसे ज्यादा भाव है
अमेरिका के प्रतिबंधों से मिली छूट की अवधि इस महीने की शुरुआत में समाप्त होने के बाद भारत ने ईरान से कच्चा तेल खरीदना बंद कर दिया है। अमेरिका में भारत के राजदूत ने यह जानकारी दी।
अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध से मिल रही छूट के समाप्त होने के बाद भारत ने इस महीने से ईरान से कच्चा तेल मंगाना बंद कर दिया है।
2017-18 में देश से 40.56 लाख टन, 2016-17 में 38.85 लाख टन और 2015-16 में 40.45 लाख टन बासमती चावल का निर्यात हुआ था।
ईरान से तेल आयात करने वालों में चीन के बाद भारत दूसरा बड़ा आयातक देश है।
इससे पहले जब ईरान पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए थे तब रुपए में लेनदेन के लिए यूको बैंक को जिममेदारी दी गई थी।
ईरान का बैंक पसरगाद अगले तीन महीने में यह शाखा चालू करेगा। गडकरी ने बताया कि सरकार इसकी अनुमति पहले ही दे चुकी है
ईरान की सरकारी पेट्रोलियम कंपनी एनआईओसी को कच्चे तेल के बदले में रुपए में किए जाने वाले भुगतान को कर मुक्त कर दिया गया है।
भारत ने कच्चे तेल का भुगतान घरेलू मुद्रा रुपए में करने के लिए ईरान के साथ करार किया है।
वैश्विक तेल बाजार में आज से नई हलचल का दौर शुरू हो गया है। सोमवार से ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्र के लिए अब तक के सबसे कड़े अमेरिकी प्रतिबंध लागू हो गए हैं।
भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने नवंबर माह के दौरान कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए ईरान को पहले ही अपना ऑर्डर जारी कर दिया है।
नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद भी भारत को तेल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ये भारत के लिए फायदेमंद नहीं रहेगा।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि दो तेल कंपनियों ने नवंबर में ईरान से तेल खरीदने का आर्डर दिया है
भारत ने अमेरिकी पाबंदी के बावजूद ईरान से तेल व्यापार का पहला स्पष्ट संकेत दिया है।
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