ईरान के मिसाइल हमले के बाद ये आशंका जताई जा रही है कि इजराइल तेल उत्पादक ईरान के तेल या परमाणु केंद्रों को निशाना बना सकता है। ऐसा होने पर ईरान, इजराइल पर सीधा हमला या होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करके जवाब देने का रास्ता अपना सकता है।
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘इजराइल के निर्यात में 63.5 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। इसके असर से जॉर्डन में 38.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और लेबनान में 6.8 प्रतिशत की कमी आई है।’’
Iran-Israel War : ईरान ने इजराइल पर करीब 200 हाई स्पीड बैलिस्टिक मिसाइलें बरसाई हैं। इस हमले के बाद कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है। अगर इजराइल की तरफ से जवाबी कार्रवाई होती है, तो कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
भारतीय एयरलाइन कंपनी ने मिडल-ईस्ट में जारी संकट के बीच एक बड़ा फैसला लिया है। कंपनी ने इस संकट को देखते हुए तेल अवीव जाने और वहां से आने वाली सभी फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया है।
Ebrahim Raisi death : जब भी दुनिया में भू-राजनैतिक अस्थिरता आती है, सेफ हैवन एसेट के रूप में गोल्ड की डिमांड बढ़ती है। इससे सोने की कीमतों में इजाफा होता है।
Iran Israel conflict : अगर ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद किया तो कच्चे तेल और एलएनजी की कीमतें बढ़ सकती हैं।
ईरान-इजराइल में तनाव के चलते सरकार की ओर से एयरलाइंस को जोखिम का आकलन करने के लिए कहा है। संकट को देखते हुए कुछ एयरलाइंस ने अपने मार्गों में भी बदलाव किया है।
ईरान पहले ही मिडिल ईस्ट के देश ओमान तक इस नैचुरल गैस पाइपलाइन का निर्माण कर रहा है। ईरान इस पाइपलाइन को भारत में पोरबंदर तक बढ़ाने पर विचार कर रहा है।
बता दें कि अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद से भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों ने ईरान से तेल गैस खरीदना बंद कर दिया है। जिसके चलते वहां की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है।
13 सितंबर को राजस्व असूचना महानिदेशालय (DRI) ने दो कंटेनरों को पकड़ा था। ये दोनों कंटेनर अफगानिस्तान के कंधार से ईरान के बंदार अब्बास पोर्ट के जरिये मुंद्रा पोर्ट पहुंचे थे।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार रात से भारत और पाकिस्तान से आने व वहां जाने वाली सभी उड़ानों को प्रतिबंधित कर दिया है।
ईरान से तेल खरीदाना रिफाइनरियों के लिए फायदेमंद होता है क्योंकि ईरान 60 दिन की उधारी पर तेल देता है।
ईराक स्थित अमेरिकी बेस पर मिसाइल अटैक की खबरें आते ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें 3.5% बढ़ गई।
खाड़ी क्षेत्र में फौजी तनाव से कच्चे तेल में आग लगी हुई है। कच्चे तेल के दाम में जोरदार उछाल आया है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव सोमवार को एक बार फिर 70 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है।
ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने से भारत के बासमती चावल और चाय के निर्यात प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव और बढ़ने की स्थिति में फारस की खाड़ी के देश को भारत का निर्यात प्रभावित हो सकता है।
ऐेसे माहौल में ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 4.5 प्रतिशत बढ़कर 69.23 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांग कांग का हैंग सेंग और दक्षिण कोरिया का कोस्पी गिरावट में बंद हुआ।
सोने की कीमत में आज तेजी की मुख्य वजह भू-राजनीतिक तनाव है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने की मांग सुरक्षित निवेश के रूप में बढ़ा दी है।
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