आईपीओ के तहत 93.8 करोड़ नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसके अलावा भारत सरकार 46.9 करोड़ शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाएगी।
विवरण पुस्तिका के मुताबिक बैंक इस प्रक्रिया से जुटाए गए धन का इस्तेमाल अपना पूंजी आधार बढ़ाने के लिए करेगा, ताकि भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
कंपनी ने निवेशकों की 6 विभिन्न श्रेणियों के लिए शेयरों की सीमा तय की हैं, जिसमें शामिल हैं एंकर, क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स, रिटेल, एसबीआई शेयरहोल्डर्स और कर्मचारी।
भारतीय स्टेट बैंक कार्ड्स (SBI Cards) एंड पेंमेंट सर्विसेज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) आज यानि दो मार्च 2020 से खुल गया है। इस आईपीओ से कंपनी 9,000 से 10,000 करोड़ रुपए की रकम जुटा सकती है।
कंपनी का आईपीओ दो मार्च से पांच मार्च तक खुला रहेगा
SBI Cards के IPO में निवेश करने से पहले जरूर जानें ये 6 बातें, निर्गम दो मार्च को आएगा और चार मार्च को बंद होगा।
फिच ने कहा कि सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध एलआईसी को अधिक कड़े खुलासा नियमों को पूरा करना होगा।
क्रेडिट कार्ड की संख्या के संदर्भ में एसबीआई कार्ड की बाजार हिस्सेदारी 18 प्रतिशत है। कंपनी का फंसा कर्ज (एनपीए) दिसंबर 2019 में 2.47 प्रतिशत रहा, जो मार्च 2018 में 2.44 प्रतिशत था।
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2019 तक देश में कुल 5,53,32,847 क्रेडिट कार्ड ग्राहक हो गए हैं।
आईपीओ से जुटाई जाने वाली राशि का उपयोग कंपनी अपने 205 करोड़ रुपए के ऋण के भुगतान और अन्य कॉरपोरेट कार्यों के लिए करेगी।
एसबीआई कार्ड्स में एसबीआई की हिस्सेदारी 76 प्रतिशत है, शेष हिस्सेदारी कारलाइल ग्रुप के पास है। एसबीआई कार्ड्स भारत में दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी है।
एनसीडीईएक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कमोडिटी मार्केट्स एंड रिसर्च के जरिये कृषि कमोडिटीज मार्केट में अनुसंधान, प्रशिक्षण और जागरूकता फैलाने का भी काम करता है।
एलआईसी में सरकार की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी है तथा आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की 46.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
एलआईसी की शेयर बाजार में लिस्टिंग अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हो सकती है
बाजार का अनुमान है कि एलआईसी का आईपीओ दशक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा
सऊदी अरब की दिग्गज पेट्रोलियम कंपनी सऊदी अरामको का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) रिकॉर्ड 29.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है।
कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज (कैम्स) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पेश करने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास मसौदा दस्तावेज जमा किया है।
पूंजी बाजार में उतरने की एनएसई की योजना को अप्रैल 2019 में पूंजी बाजार नियामक ने छह माह के लिए रोक दिया था।
कंपनी इस राशि का इस्तेमाल कुछ कर्ज की किस्तें चुकाने तथा सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करेगी।
इसके दादर और नगर हवेली, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजस्थान में विनिर्माण संयंत्र हैं।
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