सूत्रों के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर में कम से कम 30 कंपनियां शेयर बिक्री के जरिये कुल 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटा सकती हैं।
सरकार ने देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी के आगामी आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिए सिरिल अमरचंद मंगलदास को कानूनी सलाहकार के रूप में चुना है।
फ्रेशवर्क्स ने आईपीओ से जुटाई गई राशि का इस्तेमाल सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों, कार्यशील पूंजी, परिचालन खर्च और पूंजी खर्च में करने की योजना बनाई है। कंपनी इस धन का कुछ हिस्सा पूरक कारोबारों, उत्पादों, सेवाओं और प्रौद्योगिकियों के अधिग्रहण में भी करेगी।
पिछले महीने ओयो ने माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प से 50 लाख डॉलर का निवेश हासिल किया है। कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेपी मॉर्गन और सिटी ओयो को आईपीओ के लिए सलाहाकार होंगे।
कंपनी ने इश्यू के लिये मूल्य दायरा 734-744 प्रति शेयर रखा था, कंपनी ने इश्यू के खुलने से पहले एंकर इनवेस्टर से 382 करोड़ रुपये जुटाये थे।
एमी ऑर्गेनिक्स का स्टॉक आज 902 रुपये पर लिस्ट हुआ है, जो कि इसके इश्यू प्राइस के मुकाबले 48 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त है।
कंपनी का मुकाबला जेबीएल, बोस, सैमसंग, रियलमी, वनप्लस और पीट्रोन जैसे ब्रांड्स के साथ है। कंपनी ने इस साल की शुरुआत में वारबर्ग पिनकस से 750 करोड़ रुपये की राशि जुटाई है।
ऐसा माना जा रहा है एलआईसी के आईपीओ का आकार भारतीय बाजार में आए अभी तक के सभी आईपीओ से कई गुना अधिक होगा।
आईपीओ के जरिये कुल 1,72,44,328 इक्विटी शेयरों की पेशकश की जाएगी। मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर आईपीओ से 1,283 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद है।
ओयो ने कहा कि उसकी अधिकृत शेयर पूंजी 1,17,80,010 रुपये से बढ़कर 9,01,13,59,300 रुपये हो गई है। इस बारे में कंपनी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई है।
सरकार ने 2021-22 में विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है।
चालू वित्त वर्ष में अब तक 20 से अधिक कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से 45,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई और आईपीओ बाजार में हाल में भी काफी हलचल बनी हुई है।
आईपीओ से प्राप्त राशि 2,015.81 करोड़ रुपये का उपयोग एयरलाइन कर्ज के भुगतान में करेगी। इसके साथ ही एयरलाइंस इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बकाये को भी चुकायेगी
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार की रौनक जारी है। दो और कंपनियां विजया डायग्नॉस्टिक सेंटर और एमी ऑर्गेनिक्स का आईपीओ बुधवार यानी एक सितंबर को खुल रहा है।
मौजूदा एफडीआई नीति के मुताबिक बीमा क्षेत्र में स्वत: मंजूरी मार्ग के तहत 74 प्रतिशत विदेशी निवेश की अनुमति है। हालांकि, ये नियम भारतीय जीवन बीमा निगम पर लागू नहीं होते हैं।
आंकड़ों से पता चलता है कि मोतीलाल के निवेशक ग्राहकों में लगभग 5.7 लाख ने 2021-22 के शुरुआती चार महीनों में प्रारंभिक शेयर बिक्री में खरीदारी की, जबकि पिछले पूरे वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.1 लाख था।
चालू वित्त वर्ष में अबतक सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की इकाईयों में मामूली हिस्सेदारी बिक्री और एक्सिस बैंक में एसयूययूटीआई हिस्सेदारी की बिक्री के जरिये 8,368 करोड़ रुपये की राशि जुटा चुकी है।
स्टॉक आज बीएसई पर 471 और एनएसई पर 485 के स्तर पर लिस्ट हुआ है। इश्यू प्राइस 570 रुपये का था। वहीं कारोबार के दौरान रिकवरी के बावजूद स्टॉक 550 के स्तर तक ही बढ़ सका है
माना जा रहा है कि LIC का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. अनुमान लगाया गया है कि यह 90,000 करोड़ रुपये से 1 लाख करोड़ रुपये तक जा सकता है।
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