सैफायर फूड्स के 31 मार्च 2021 तक भारत और मालदीव में 204 केएफसी रेस्तरां और भारत, श्रीलंका और मालदीव में 231 पिज्जा हट रेस्तरां थे।
नवंबर के पहले पखवाड़े में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस और पॉलिसीबाजार की मूल कंपनी पीबी फिनटेक सहित पांच कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम आ रहे हैं।
पॉलिसीबाजार और पैसाबाजार (Paisabazaar) की ऑपरेटर पीबी फिनटेक के आईपीओ का साइज 5,700 करोड़ रुपये है।
इस साल 2021 में अभी तक 41 कंपनियों ने आईपीओ से 66,915 करोड़ रुपये जुटाए हैं। फिलहाल नायका का परिचालन करने वाली एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स लि.और फिनो पेमेंट्स बैंक के आईपीओ खुले हुए हैं।
वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी ने आईपीओ से 18,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनायी है। इसके तहत नये शेयरों से 8,300 करोड़ रुपये और बिक्री पेशकश (ओएफएस) से 10,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे।
पूर्व इनवेस्टमेंट बैंकर फाल्गुनी नायर द्वारा 2012 में स्थापित नायका के 31 अगस्त, 2021 तक 5.58 करोड़ कुल डाउनलोडस हो चुके थे। वित्त वर्ष 2020-21 में नायका को 61.9 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है,
पेटीएम अपने शेयर का मूल्य 2080-2150 रुपये तय कर सकती है। कंपनी अपना वैल्यूएशन 20 अरब डॉलर चाहती है ऐसे में ऊपरी सीमा के तय होने की संभावना अधिक है।
आईपीओ के जरिए कुल 16,600 करोड़ रुपये जुटाने की पिछली योजना में 8,300 करोड़ रुपये का ताजा निर्गम और 8,300 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल थी।
फिनो पेमेंट बैंक एक अधिसूचित वाणिज्यिक बैंक है जो अपने डिजिटल आधारित वित्तीय सेवाओं के साथ उभरते भारतीय बाजार को अपनी सेवाएं दे रहा है।
भारत के मर्चेंट-पेमेंट मार्केट में पेटीएम की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी है, उसके नेटवर्क में 2 करोड़ से अधिक मर्चेंट पार्टनर रजिस्टर्ड हैं। पेटीएम के यूजर्स 1.4 अरब मासिक ट्रांजैक्शन करते हैं।
कंपनी के पास अपने दो बिजनेस वर्टिकल्स नायका और नायका फैशन के तहत स्वयं द्वारा निर्मित ब्रांड प्रोडक्ट्स सहित ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन प्रोडक्ट्स एक विविध पोर्टफोलियो है।
पीबी फिनटेक इंश्योरेंस और लेंडिंग प्रोडक्ट्स के लिए एक प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो टेक्नोलॉजी, डाटा और इन्नोवेशन पर आधारित प्लेटफॉर्म का संचालन करती है।
किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष हासिल करना जरूरी होता है, 52 अन्य कंपनियां बाजार नियामक की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं।
नायका आईपीओ के जरिये 3,500 से 4,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है, वहीं अडाणी विल्मर के आईपीओ से कंपनी 4500 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
साल 2021 के पहले 9 माह में जुटाई गई रकम पिछले 20 साल के दौरान इसी अवधि में जुटाई गयी सबसे अधिक रकम है। जानकारों की माने तो आने वाले समय में कई और आईपीओ आएंगे
सरकार की कोशिश है कि एलआईसी को इसी साल लिस्ट किया जाये। सूत्रों के मुताबित डीआरएचपी नवंबर में दाखिल कर दिया जाएगा, जिसके बाद चौथी तिमाही में इश्यू आ सकता है।
रितेश अग्रवाल, उनकी होल्डिंग कंपनी आरए हॉस्पिटल होल्डिंग और सॉफ्टबैंक विजन फंड – तीन सबसे बड़े शेयरधारक हैं और कंपनी के प्रवर्तक भी हैं। सॉफ्टबैंक की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत है,
कार्लाइल ग्रुप और टेमासेक जैसे प्राइवेट इक्विटी निवेशकों द्वारा समर्थित ग्लोबल हेल्थ, मेदांता ब्रांड के तहत चार अस्पतालों का परिचालन करता है, जो गुरुग्राम, इंदौर, रांची और लखनऊ में स्थित हैं।
आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 695 से 712 रुपये प्रति शेयर है। इश्यू एक अक्टूबर को बंद होगा। रिटेल हिस्सा पहले ही दिन पूरा भर गया है।
गोयल ने कहा कि ईसीजीसी में 500 करोड़ रुपये का निवेश तत्काल किया जाएगा और 500 करोड़ रुपये का निवेश अगले वित्त वर्ष में किया जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज़