DIPAM सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा है कि आईपीओ के लिए एलआईसी ने पूरी तैयारी कर ली है
तिमाही आधार पर, वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कंपनी को 381.9 करोड़ रुपये का संचयी नुकसान हुआ है। हालांकि इस दौरान कंपनी का राजस्व बढ़कर 948 करोड़ रुपये रहा,
गो फैशन (इंडिया) लिमिटेड ने मंगलवार को एंकर निवेशकों से करीब 456 करोड़ रुपये जुटाए थे। बोली के लिए मूल्य दायरा 655-690 रुपये प्रति शेयर रखा गया है।
कल से गो फैशन का आईपीओ खुलेगा, इश्यू में निवेशक 22 नवंबर तक एप्लीकेशन दे सकेंगे। बीते हफ्ते आए लैटेंट व्यू एनालिटिक्स को रिकॉर्ड सब्सक्रिप्शन मिला है।
सिगाची का शेयर लगभग 270 प्रतिशत के बम्पर प्रीमियम के साथ बीएसई पर 603 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इसका आईपीओ इश्यू प्राइस 163 रुपये था।
पेटीएम के आईपीओ के तहत 8,300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए और 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई गई।
गो कलर्स के लिये 655-690 रुपये प्रति शेयर का और टारसंस प्रोडक्ट्स के लिये 635-662 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया है।
गैर-संस्थागत निवेशकों का सेग्मेंट 850.66 गुना और पात्र संस्थागत खरीदारों यानि क्यूआईबी का सेग्मेंट 145.48 गुना और रिटेल सेग्मेंट के निवेशकों का सेग्मेंट 119.44 गुना सब्सक्राइब हुआ है
ड्रूम, जिसकी प्रतिस्पर्धा कारदेखो, कार्स24, स्पिनी और कारट्रेड जैसे स्टार्टअप्स है, ने जुलाई में घोषणा की थी कि उसने विभिन्न चरणों में 1487 करोड़ रुपये जुटाये हैं।
गो कलर्स के बॉटम-वियर उत्पादों में चूड़ीदार, लेगिंग्स, धोती, हरम पैंट्स, पटियाला, प्लाजो, कुलोट्स, पैंट्स, ट्राउसर्ज और जेगिंग्स शामिल हैं।
एंकर निवेशकों से 267 करोड़ रुपये जुटाने वाली लेटेंट व्यू एनालिटिक्स की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) को बुधवार को बोली प्रक्रिया के पहले दिन अब तक 1.5 गुना ज्यादा अभिदान प्राप्त हुआ है।
इसी साल जून में, फार्मईजी, जो प्रमुख से मेडिसिन डिलीवरीज के काम में हैं, ने घोषणा की थी कि वह डायग्नोस्टिक चेन थायरोकेयर में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी का अधिग्रहण 4,546 करोड़ रुपये में करेगी।
कंपनी के पास एक विविध पोर्टफोलियो है, जिसमें ब्यूटी, पर्सनल केयर और फैशन प्रोडक्ट्स शामिल हैं। कंपनी अपने दो बिजनेस वर्टिकल नायका और नायका फैशन के तहत स्वयं के निर्मित ब्रांड्स प्रोडक्ट्स भी बेचती है।
कोल इंडिया के 2010 में आईपीओ के बाद पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का यह इश्यू देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। पहले दिन इश्यू को ठंडा रिस्पॉन्स मिला था
सफायर फूड्स का आईपीओ 11 नवंबर तक खुला रहेगा, वहीं लेटेंट व्यू एनालिटिक्स का आईपीओ 10 नवंबर से 12 नवंबर तक खुला रहेगा।
शेयर बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों में से करीब 78 फीसदी की खरीद हो गई है। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित सिर्फ दो फीसदी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं।
कोल इंडिया के 2010 में आईपीओ के बाद 18,300 करोड़ रुपये का यह इश्यू देश में सबसे बड़ा है। सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी कोल इंडिया ने आईपीओ से 15,200 करोड़ रुपये जुटाए थे।
वर्ष 2021 में अभी तक 46 कंपनियां आईपीओ के माध्यम से 80,102 करोड़ रुपये जुटाने में सफल रही हैं। इनके अलावा पावरग्रिड कॉरपोरेशन के ढांचागत निवेश ट्रस्ट पावरग्रिड इनविट ने भी आईपीओ से 7,735 करोड़ रुपये जुटाए।
ओला के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी एक मजबूत परिचालन दक्षता के साथ कारोबार निर्माण की दिशा में अपना ध्यान केंद्रित कर रही है और यूनिट इकोनॉमिक्स को बेहतर बना रही है।
इस साल मई में, डेल्हिवरी ने फिडेलिटी मैनेजमेंट एंड रिसर्च कंपनी के नेतृत्व में आयोजित प्राइमरी फंडिंग राउंड में 1995 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी।
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