प्रीमियर एनर्जीज़ ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 427 रुपये से 450 रुपये का प्राइस बैंड फिक्स किया है। बताते चलें कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए प्रत्येक शेयर पर 22 रुपये के डिस्काउंट का ऐलान किया है।
30 जून, 2024 तक ओरिएंट टेक्नोलॉजीज की ऑर्डर बुक 101.20 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2024 के दौरान परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष के 535.10 करोड़ रुपये से बढ़कर 602.89 करोड़ रुपये हो गया और टैक्स के बाद लाभ 38.30 करोड़ रुपये से बढ़कर 41.45 करोड़ रुपये हो गया।
आईपीओ बंद होने के बाद सोमवार, 26 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट किया जाएगा। मंगलवार, 27 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। शेयर बाजार में कंपनी की लिस्टिंग बुधवार, 28 अगस्त को हो सकती है। ऑरिएंट टेक्नोलॉजीज़ के शेयर दोनों प्रमुख मार्केट एक्सचेंज BSE और NSE पर होगी।
आईपीओ में 1,291.4 करोड़ रुपये तक के इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम और 3.42 करोड़ शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल शामिल है, जो बेचने वाले शेयरधारकों द्वारा जारी किया जाएगा।
21 अगस्त को आईपीओ बंद हो चुका है और आज यानी 22 अगस्त को किसी भी समय शेयरों का अलॉटमेंट किया जा सकता है। इसके अलगे दिन, 23 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट किए जा सकते हैं। कंपनी की लिस्टिंग BSE और NSE दोनों पर होगी, शेयरों की लिस्टिंग 26 अगस्त को हो सकती है।
ऑरिएंट टेक्नोलॉजीज़ ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 195 रुपये से 206 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। आईपीओ के लिए सब्सक्राइब करने वाले रिटेल निवेशकों को एक लॉट के लिए कम से कम 14,832 रुपये निवेश करने होंगे। इस रकम में उन्हें 72 शेयर दिए जाएंगे।
21 अगस्त को आईपीओ बंद हो जाएगा, जिसके बाद 22 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट किया जा सकता है। इसके अलगे दिन, 23 अगस्त को निवेशकों के डीमैट अकाउंट में शेयर क्रेडिट किए जा सकते हैं।
ये एक मेनबोर्ड आईपीओ होगा, जो बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होगा। ऑरिएंट टेक्नोलॉजीस के शेयरों की लिस्टिंग बुधवार, 28 अगस्त को की जा सकती है।
ओरिएंट टेक्नोलॉजी 120 करोड़ रुपये के नए शेयर और प्रमोटर्स के पास रखे 95 करोड़ रुपये मूल्य के 46 लाख इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश कर रही है। इस तरह आईपीओ का कुल आकार 215 करोड़ रुपये होगा।
आईपीओ में 64,99,800 इक्विटी शेयरों का ताजा निर्गम और 35,01,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव है। इस ऑफर के लिए कीमत सीमा (प्राइस बैंड) 152-160 रुपये प्रति शेयर है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि शेयर बाजार में अधिकांश कंपनियों का वैल्यूएशन हाई है। यानी स्टॉक का भाव रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा हुआ है। इसके चलते निवेशक प्राइमरी मार्केट में पैसा लगाना पसंद कर रहे हैं।
कंपनी आईपीओ से जुटाई राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी जरूरतों और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करने का प्रस्ताव करती है। कंपनी के इक्विटी शेयर बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध होने की उम्मीद है।
एम्बिट और एक्सिस कैपिटल इंटरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं, जबकि लिंक इनटाइम इंडिया इस इश्यू के लिए रजिस्ट्रार है। कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध होंगे।
ब्रेनबीज सॉल्यूशंस के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को बोली के अंतिम दिन गत बृहस्पतिवार को भी 12.22 गुना अभिदान मिला था। कंपनी के 4,194 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 440-465 रुपये प्रति शेयर था।
इस कंपनी के आईपीओ को तीन दिनों की बोली के आखिरी दिन कुल मिलाकर 303.03 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। निवेशकों ने 45.86 लाख शेयरों के मुकाबले 138.98 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।
यह इश्यू पूरी तरह से 2.56 करोड़ इक्विटी शेयरों की पेशकश-बिक्री (ओएफएस) है, जिसकी कीमत बैंड के ऊपरी छोर पर 276.6 करोड़ रुपये है। इसलिए, पूरी आय बेचने वाले शेयरधारकों को जाएगी।
ओला इलेक्ट्रिक शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹78.5 प्रति शेयर बताई गई, जो कि ₹76 के आईपीओ मूल्य से 3.29% अधिक है। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के ₹6,145 करोड़ के आरंभिक सार्वजनिक निर्मगप्रस्ताव को सोमवार को बोली के दूसरे दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया था।
एक के बाद एक आईपीओ बाजार में आ रहे हैं। हालांकि, कई आईपीओ निवेशकों को निराश भी कर रहे हैं। अगर आप आईपीओ में निवेश करने जा रहे हैं तो कंपनी के बारे में अच्छी से जानकारी जरूर लें।
आईपीओ लाने की मंजूरी पाने वाली कंपनियों में बाजार स्टाइल रिटेल, डिफ्यूजन इंजीनियर्स लिमिटेड और दीपक बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स इंडिया भी शामिल हैं। इन कंपनियों के आईपीओ में पैसे लगाने के शानदार मौके होंगे।
अकम्स ड्रग की स्थापना 2004 में एक फार्मास्युटिकल कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन ऑर्गनाइजेशन (सीडीओ) के रूप में की गई थी।
लेटेस्ट न्यूज़