कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के अनुसार, कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों में पर्सिस्टेंट सिस्टम्स लिमिटेड, एलटीआईमाइंडट्री लिमिटेड, कोफोर्ज लिमिटेड और एमफैसिस लिमिटेड जैसी आईटी मिडकैप कंपनियों को शामिल करती है।
कंपनी के इस ऑफर का लक्ष्य ₹169.65 करोड़ जुटाना है, जो नए शेयरों और बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) का मिश्रण है। लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को बुक बिल्ड इश्यू का आधिकारिक रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है।
गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग आईपीओ बोली के लिए 2 सितंबर को खुला और 4 सितंबर को बंद हुआ। आखिरी बोली के दिन गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग आईपीओ सदस्यता स्थिति 201.41 गुना थी।
क्रॉस लिमिटेड इस आईपीओ के जरिए 500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। कंपनी का आईपीओ सोमवार, 9 सितंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और बुधवार, 11 सितंबर को बंद होगा।
कंपनी के आईपीओ के तहत 601 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री पूरी तरह से 1,80,00,000 इक्विटी शेयरों की बिक्री के लिए प्रस्ताव (ओएफएस) थी। आईपीओ की कीमत 318-334 रुपये प्रति शेयर थी।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस आईपीओ के लिए बोली की तारीख 9 सितंबर निर्धारित है। आईपीओ का सब्सक्रिप्शन 11 सितंबर को बंद होगा। कंपनी होम लोन, मॉर्गेज लोन सहित अन्य सेवाएं उपलब्ध कराती है।
कई तरह के बिजनेस से जुड़ी जेएसडब्ल्यू समूह की इकाई जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने 16 अगस्त को सेबी के पास आईपीओ को लेकर कागज जमा की थी।
जब आईपीओ पर रिटर्न एक सप्ताह के भीतर 20 प्रतिशत से अधिक रहा, व्यक्तिगत निवेशकों ने मूल्य के हिसाब से 67.6 प्रतिशत शेयर बेचे। इसके विपरीत, जब रिटर्न नकारात्मक था, तब निवेशकों ने मूल्य के हिसाब से केवल 23.3 प्रतिशत शेयर बेचे।
बोली में खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) के हिस्से को 3. 15 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जबकि गैर संस्थागत निवेशकों के लिए कोटा 2. 54 गुना सब्सक्राइब हुआ। आईपीओ में बोली 4 सितंबर को खत्म होगी।
गाला प्रिसिज़न इंजीनियरिंग आईपीओ और जेय्यम ग्लोबल फूड्स आईपीओ की बोली आज से ही ओपन है। अगर आप आईपीओ में हाथ आजमाने का इरादा रखते हैं तो आपको अपने बैंक अकाउंट में पैसे तैयार कर लेने चाहिए।
प्रीमियर एनर्जीज के 2,830 करोड़ रुपये के आईपीओ को 74.14 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला था निवेशकों ने ऑफर किए गए 4.46 करोड़ शेयरों के मुकाबले 330.98 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई।
शेयर बाजारों के SME प्लेटफॉर्म को साल 2012 में शुरू किया गया था। तब से, SME इश्यू की संख्या में वृद्धि हुई है और साथ ही ऐसे प्रस्तावों में निवेशकों की भागीदारी भी बढ़ी है।
इकोस इंडिया मॉबिलिटी एंड हॉस्पिटैलिटी ने अपने आईपीओ के तहत प्रत्येक शेयर के लिए 318 रुपये से 334 रुपये का प्राइस रेंज फिक्स किया है। ये एक मेनबोर्ड आईपीओ है, जिसके लिए रिटेल निवेशकों को कम से कम 14,696 रुपये का निवेश करना होगा।
शेयर बाजार में लिस्ट होने के तुरंत बाद शेयरों के भाव में बड़ी गिरावट देखने को मिली और ये 117 रुपये से 111.15 रुपये पर आ गया। हालांकि, कुछ ही देर बाद शेयरों में हुई तेज खरीदारी की वजह से ये 5 प्रतिशत की तेजी के साथ 122.85 रुपये के भाव पर पहुंच गया।
बीएसई पर लिस्टिंग के तुरंत बाद कंपनी के शेयर ने 5 प्रतिशत का अपर सर्किट लगा दिया। शेयर का भाव लिस्टिंग प्राइस से भी 4.98 प्रतिशत (इश्यू प्राइस से 47.79 प्रतिशत) बढ़कर 304.45 रुपये पर पहुंच गया।
यह कंपनी का सार्वजनिक होने का दूसरा प्रयास है। इससे पहले उसने 2022 में सेबी के समक्ष दस्तावेज दाखिल किए थे और उसे आईपीओ के लिए मंजूरी भी मिल गई थी। हालांकि, इसके बाद कंपनी ने अपना आईपीओ जारी नहीं किया था।
कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का इतना जबरदस्त सपोर्ट मिला, जिसकी शायद कल्पना भी नहीं की गई होगी। दिल्ली में यामाहा मोटरसाइकिल के 2 शोरूम चलाने वाली इस कंपनी के पास कुल 8 कर्मचारी हैं।
अगर आप बाजार पर थोड़ी बहुत भी नजर रखते होंगे तो आपको पेटीएम के आईपीओ के बारे में अच्छी तरह से मालूम होगा कि इसमें पैसा लगाने वाले निवेशकों का उस समय क्या हाल हुआ था। इतना ही नहीं, आज के मौजूदा समय में तो कंपनी के निवेशक एक तरह से बर्बाद ही हो चुके हैं।
कंपनी ने 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर के लिए 370 रुपये से 389 रुपये का प्राइस रेंज फिक्स किया है। रिटेल निवेशकों को एक लॉट में 38 शेयर दिए जाएंगे और इसके लिए उन्हें कम से कम 14,782 रुपये का निवेश करना होगा।
कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त सपोर्ट मिला था, लिहाजा इस आईपीओ को कुल 93.46 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। इंटरार्च बिल्डिंग प्रोडक्ट का आईपीओ 200 करोड़ रुपये के फ्रेश शेयर और 44,47,630 शेयर के ओएफएस का कॉम्बिनेशन था।
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