भारतीय शेयर बाजार में आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल सकता है, क्योंकि निवेशकों को आगामी आम बजट-2020 का इंतजार रहेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार ने आगामी बजट में भी सुधारों को आगे बढ़ाया तो निश्चित रूप से 2020 में भी शेयर बाजार के निवेशक अच्छी कमाई कर सकते हैं।
भारतीय शेयर बाजार की दिशा इस सप्ताह विदेशी संकेतों के साथ-साथ घरेलू कारकों से तय होगी, खासतौर से महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों पर निवेशकों की नजर होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात नवंबर को हिमाचल प्रदेश के पहले वैश्विक निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
उद्योग संवर्द्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) निवेशकों को बनाए रखने और देश के भीतर उन्हें कार्यालय इत्यादि स्थापित करने में मदद के लिए एक प्रणाली बना रहा है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि निवेशकों को पूरी दुनिया में भारत से बेहतर कोई जगह नहीं मिलेगी जहां लोकतंत्र में यकीन करने के साथ ही पूंजीवाद का सम्मान किया जाता है।
खाद्य एवं पेय उत्पादों का कारोबार करने वाली कंपनी पेप्सिको उत्तर प्रदेश में एक नया स्नैक्स संयंत्र लगाने पर अगले तीन साल में 514 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
यूचुअल फंड हाउस मैनेजर्स का मानना है कि ये फंड जिस तरह से यील्ड टू मैच्योरिटी (वाईटीएम) और रेपो रेट के बीच फैले होते हैं, उससे रेपो रेट घटने के समय एक आकर्षक प्रवेश का अवसर पैदा होता है
आई मोनेटरी एडवाइजरी (आईएमए) ज्वेल्स का मालिक मोहम्मद मंसूर खान लोगों को करोड़ों का चूना लगाने के बाद से फरार है।
उत्तराखंड में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने के बाद अब रिलायंस जियो अगले दो साल में उत्तराखंड के 2,385 से अधिक विद्यालयों को हाईस्पीड इंटरनेट से जोड़ेगा।
इस वित्त वर्ष में 29 अगस्त को सेंसेक्स अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 38,989.65 अंक पर पहुंचा
निवेशकों को घोखा देकर इन कंपनियों ने महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में जमीन, फ्लैट और कई दुकानें खरीदी थीं
म्यूचुअल फंड कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में करीब 33 लाख नए फोलियो जोड़े हैं। इससे जून अंत तक कुल फोलियो की संख्या सर्वकालिक उच्च स्तर 7.46 करोड़ पर पहुंच गई।
निवेशकों ने इस वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के निवेश से 43 प्रतिशत अधिक है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से निवेशकों का लगातार मोहभंग होता जा रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गोल्ड ईटीएफ से 150 करोड़ रुपए की निकासी की गई। निवेशकों के लिए शेयर बाजार पसंदीदा विकल्प बना हुआ है।
केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने गड़बड़ी करने वाली कंपनियों को कठोर चेतावनी देते हुए कहा कि निवेशकों के हितों की कीमत पर कंपनी को स्वायत्तता नहीं दी जा सकती है। उन्होंने संकेत दिया कि मुखौटा कंपनियों की जांच से राजनीतिक दलों और व्यक्तियों के बारे में ‘कुछ बातें’ सामने आ सकती हैं।
पूंजी बाजार नियामक सेबी अवैध सामूहिक निवेश योजनाओं के मामलों में निवेशकों के धन की वसूली के लिए संशोधित नियम लाने पर विचार कर रहा है। इसके तहत पंजीकृत ऋण शोधन पेशेवर की नियुक्ति बतौर प्रशासक की जाएगी।
म्यूचुअल फंडों के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। यह बात इस आंकड़े से साबित हो जाती है कि अप्रैल-मई के दौरान निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में 24,479 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने पीएसीएल समूह की संपत्तियों के लिए उन इच्छुक इकाइयों से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं जो अधिक मूल्य की पेशकश कर सकती हैं। नियामक ने कंपनी की योजना से अलग इन संपत्तियों से बोलियां मांगी हैं।
निवेशकों का 7,000 करोड़ रुपए निकालने के प्रयास के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अगले महीने पैनकार्ड क्लब्स की संपत्तियों तथा महंगे वाहनों की नीलामी करेगा। ये उन संपत्तियों से अलग हैं जिनकी नीलामी दिसंबर से मई के दौरान की गई हैं।
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