म्यूचुअल फंड कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में करीब 33 लाख नए फोलियो जोड़े हैं। इससे जून अंत तक कुल फोलियो की संख्या सर्वकालिक उच्च स्तर 7.46 करोड़ पर पहुंच गई।
निवेशकों ने इस वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के निवेश से 43 प्रतिशत अधिक है।
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) से निवेशकों का लगातार मोहभंग होता जा रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गोल्ड ईटीएफ से 150 करोड़ रुपए की निकासी की गई। निवेशकों के लिए शेयर बाजार पसंदीदा विकल्प बना हुआ है।
भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के लिए सरकार को निवेशकों से 15,436 करोड़ रुपए की बोली मिली है। यह जुटाई जाने वाली राशि के दोगुना से भी अधिक है।
केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने गड़बड़ी करने वाली कंपनियों को कठोर चेतावनी देते हुए कहा कि निवेशकों के हितों की कीमत पर कंपनी को स्वायत्तता नहीं दी जा सकती है। उन्होंने संकेत दिया कि मुखौटा कंपनियों की जांच से राजनीतिक दलों और व्यक्तियों के बारे में ‘कुछ बातें’ सामने आ सकती हैं।
पूंजी बाजार नियामक सेबी अवैध सामूहिक निवेश योजनाओं के मामलों में निवेशकों के धन की वसूली के लिए संशोधित नियम लाने पर विचार कर रहा है। इसके तहत पंजीकृत ऋण शोधन पेशेवर की नियुक्ति बतौर प्रशासक की जाएगी।
म्यूचुअल फंडों के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। यह बात इस आंकड़े से साबित हो जाती है कि अप्रैल-मई के दौरान निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में 24,479 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने पीएसीएल समूह की संपत्तियों के लिए उन इच्छुक इकाइयों से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं जो अधिक मूल्य की पेशकश कर सकती हैं। नियामक ने कंपनी की योजना से अलग इन संपत्तियों से बोलियां मांगी हैं।
निवेशकों का 7,000 करोड़ रुपए निकालने के प्रयास के तहत भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अगले महीने पैनकार्ड क्लब्स की संपत्तियों तथा महंगे वाहनों की नीलामी करेगा। ये उन संपत्तियों से अलग हैं जिनकी नीलामी दिसंबर से मई के दौरान की गई हैं।
म्यूचुअल फंड के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है और ऐसे निवेशक खातों (फोलियो) की संख्या एक महीने में ही आठ लाख से अधिक बढ़कर अप्रैल 2018 के अंत में 7.22 करोड़ हो गई। वित्त वर्ष 2017-18 में 1.6 करोड़ निवेशक खाते तथा 2016-17 में 67 लाख खाते खुले।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में 12,400 करोड़ रुपए का भारी निवेश किया है। इस तरह उनके प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (AUM) रिकॉर्ड 8 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई हैं।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। इससे म्यूचुअल फंड कंपनियों के प्रबंधन के तहत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (AUM) बढ़कर 23.25 करोड़ रुपए पर पहुंच गयी, जो कि पिछले महीने से 9 प्रतिशत अधिक है।
वित्त वर्ष 2017-18 में प्राथमिक बाजार निवेशकों के लिए काफी अच्छा रहा। नई सूचीबद्ध कंपनियों में से 65 प्रतिशत ने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है और उनका शेयर मूल्य निर्गम (IPO) मूल्य से ऊपर चल रहा है। कई कंपनियों ने तो निवेशकों को तीन गुना रिटर्न दिया है।
पीएसीएल निवेशकों के एक समूह ने बाजार नियामक सेबी के चेयरमैन अजय त्यागी से सोमवार को मुलाकात की और उनसे धन वापसी की प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया है।
निवेशक या ट्रेडर को इन्वेस्टर प्रोटेक्शन फंड के तहत मुआवजे की राशि को बढ़ाकर अधिकतम 25 लाख रुपए किया गया है। अभी तक अधिकतम 2 लाख रुपए के मुआवजे का प्रावधान था
मुकेश अंबानी ने ऐलान किया है कि उत्तर प्रदेश में अगले 2 महीने के दौरान 2 करोड़ जियो फोन उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि राज्य के युवा स्मार्ट युवा बन सकें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिमंडल की बैठक में चिट फंड अधिनियम में संशोधन कराने का भी निर्णय लिया गया ताकि लोगों को अन्य वित्तीय निवेश योजनाओं में धन लगाने का एक अधिक व्यवस्थित अवसर मिल सके।
शेयर बाजारों में पिछले छह दिनों से जारी गिरावट का असर निवेशकों की संपत्ति पर पड़ा है। इसके कारण निवेशकों की संपत्ति लगभग 10 लाख करोड़ रुपए कम हो चुकी है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स सोमवार को 310 अंक और टूट गया। इससे पहले शुक्रवार को बाजार 840 अंक नीचे आया था। इन दो दिनों में निवेशकों की पांच लाख करोड़ रुपए से अधिक की पूंजी डूब गई।
खुदरा निवेशक म्यूचुअल फंडों में निवेश के लिए सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) को तरजीह दे रहे हैं। इसी वजह से दिसंबर, 2017 में म्यूचुअल फंडों ने 6,200 करोड़ रुपए से अधिक जुटाए हैं।
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