देश के सबसे बड़े आर्थिक घटनाक्रम आम बजट 2017-18 को लेकर बनी उम्मीदों से बाजार में बीते सप्ताह तेजी रही और आगे भी शेयर बाजार की दिशा इसी से तय होगी।
निवेशकों के लिवाली समर्थन के चलते बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 82.84 अंकों या 0.31 प्रतिशत की तेजी के साथ 27,117.34 पर बंद हुआ।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भारतीय रीयल एस्टेट डेवलपमेंट और उसके निदेशकों के बैंक तथा डीमैट खातों पर रोक लगाने का आदेश दिया है।
आगामी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा आगामी बजट से निवेशकों की उम्मीदों से तय होगी।
बैंकिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने 1 साल में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। बीते एक साल में बैंकिंग इक्विटी फंड ने 18 फीसदी का रिटर्न दिया है।
2016 शेयर बाजार निवेशकों के लिए कुछ खास नहीं रहा। वैश्विक घटनाक्रम और नोटबंदी की वजह से यह ऐसा साल रहा जिससे शेयर बाजार से निवेशकों को कोई रिटर्न नहीं मिला।
एक्सपर्ट्स की इन्वेस्टर्स को मिडकैप म्यूचुअल फंड्स एसकोर्ट हाई यील्ड इक्विटी फंड, DSP ब्लैकरॉक माइक्रोफंड और HDFC स्मॉलकैप फंड पर दांव लगाने की सलाह हैं।
अगर हम BSE के Sensex के पिछले दस साल के प्रदर्शन पर नजर डालें तो पता चलता है कि दस में से सात बार इसने दिसंबर महीने में निवेशकों को मुनाफा दिलाया है।
इनकम टैक्स विभाग ने पेनी स्टॉक के जरिये तकरीबन 38,000 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता लगाया है। कई कंपनियों ने इस टैक्स चोरी को अंजाम दिया है।
सहारा समूह ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि वह दिसंबर 2018 तक शेष 12,000 करोड़ रुपए की राशि सेबी-सहारा खाते में जमा कराने की समयसारिणी के साथ तैयार है।
चालू वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह में निवेशक Gold ETF से कुल मिलाकर 539 करोड़ रुपए की निकासी कर चुके हैं। सिर्फ सितंबर में 77 करोड़ रुपए की हुई निकासी।
इस साल अभी तक सोने और चांदी ने निवेशकों को शेयरों की तुलना में बेहतर रिटर्न दिया है। सोने और चांदी की कीमतों में जहां 28 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है
बाजार नियामक सेबी ने श्री साइ स्पेसेज क्रिएशंस तथा इसके चार निदेशकों को आदेश दिया है कि वे 3000 से अधिक निवेशकों को चार करोड़ रुपए का धन वापस करें।
एंजेल इन्वेस्टर मोहन दास पई ज्यादा चिंतित नहीं हैं। स्टार्टअप्स एक हाई-रिस्क वेंचर हैं। वे विफल होंगे, तो कोई बात नहीं। यह ऐसे ही चलता रहेगा।
कंपनियों के अवैध तरीके से लोगों से धन जुटाने की गतिविधियों में शामिल होने को लेकर चिंतित सेबी ने आम लोगों को ऐसी कंपनियों से लेन-देन को लेकर आगाह किया है।
विदेशी निवेशकों का भारत को लेकर रुख सकारात्मक बना हुआ है। FPI ने शेयरों में अप्रैल में 8,416 करोड़ रुपए तथा मार्च में 21,143 करोड़ रुपए निवेश किए।
भारत ने आज चीन के निवेशकों को अनुकूल वातावरण का भरोसा दिलाते हुए उन्हें सरकार के मेक इन इंडिया और अन्य प्रमुख कार्यक्रमों में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है।
अवैध योजनाओं के जरिए धन जुटाने वाली कंपनियों पर SEBI ने संख्त रवैया अपनाया है। सेबी ने एसपीएनजी इंडिया को निवेशकों का पैसा वापस करने का निर्देश दिया है।
निवेशकों के धन के किसी संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए सेबी जल्द एक सिस्टम स्थापित करेगा। इससे शेयर ब्रोकरों की निगरानी बढ़ाई जा सकेगी।
वाल स्ट्रीट के दिग्गज फंड मैनेजर्स को सोने की तरफ आकर्षित होता देख ओसामा बिन लादेन ने भी सोने में निवेश करने का निर्णय लिया था।
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