कंज्यूमर प्रोडक्ट्स बनाने वाली पमुख कंपनी सोनी इंडिया इस साल अपने भारतीय परिचालन में 500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी तथा उसकी टीवी, ऑडियो व कैमरा खंड में अनेक नये उत्पाद लाने की योजना है।
चीन में अपनी मौजूदगी को दोबारा मजबूत करने के लिए प्रौद्योगिकी दिग्गज गूगल चीनी ई-कॉमर्स कंपनी जेडी डॉट कॉम में 55 करोड़ डॉलर का निवेश करने जा रही है। सीएनबीसी ने गूगल के हवाले से सोमवार को बताया कि रणनीतिक भागीदारी के तहत, गूगल जेडी डॉट कॉम में 55 करोड़ डॉलर लगाएगी।
दक्षिण कोरिया की प्रमुख वाहन कंपनी किया मोटर्स भारतीय बाजार में बड़े भरोसे के साथ आंध्र प्रदेश में 1.1 अरब डॉलर के निवेश से एक कारखाना लगा रही है। इसमें बिजली और हाइब्रिड वाहनों का विनिर्माण किया जाएगा तथा से अगले दो साल में यहां 3000 लोगों को सीधे रोजगार मिलने की उम्मीद है।
म्यूचुअल फंडों के प्रति निवेशकों का रुझान लगातार बढ़ रहा है। यह बात इस आंकड़े से साबित हो जाती है कि अप्रैल-मई के दौरान निवेशकों ने म्यूचुअल फंडों में 24,479 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने पिछले 6 दिनों में भारतीय शेयर बाजार में 2,200 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। इसकी अहम वजह कंपनियों के परिणामों का बेहतर रहना और कच्चे तेल की वैश्वित कीमतों का रुख नरम रहना है। इससे पहले पिछले दो माह में विदेशी निवेशकों ने घरेलू शेयर बाजारों से 15,600 करोड़ रुपए की निकासी की।
भारत के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा चीन की कंपनी में बड़ा निवेश करने जा रहे हैं। रतन टाटा का वेंचर फंड आरएनटी कैपिटल एडवाइजर्स चीन की दिग्गज कंपनी अलीबाबा की एक सहयोगी ऐंट फाइनैंशल सर्विसेज में लगभग 1008 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट करेगा।
पूंजी बाजार नियामक Sebi ने म्यूचुअल फंड द्वारा लिये जाने वाले ‘अतिरिक्त खर्च’ में कटौती करते हुए इसे घटाकर 0.05 प्रतिशत कर दिया है। यह कदम म्यूचुअल फंड उत्पादों की लोगों के बीच पैठ बढ़ाने के लिये उठाया गया है।
म्यूचुअल फंड के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ रहा है और ऐसे निवेशक खातों (फोलियो) की संख्या एक महीने में ही आठ लाख से अधिक बढ़कर अप्रैल 2018 के अंत में 7.22 करोड़ हो गई। वित्त वर्ष 2017-18 में 1.6 करोड़ निवेशक खाते तथा 2016-17 में 67 लाख खाते खुले।
भारतीय पूंजी बाजारों में भागीदार पत्रों (पी-नोट) के जरिये किया जाने वाला कुल विदेशी निवेश अप्रैल में घटकर एक लाख करोड़ रुपए के स्तर पर आ गया, जो इसका नौ साल का न्यूनतम स्तर है।
डिजिटल भुगतान संबंधी कंपनी पेटीएम बैंक ट्रांसफर तथा अन्य भुगतान सुविधाओं को विस्तृत करने के लिए अगले तीन साल में पांच हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। कंपनी ने इसकी जानकारी दी। पेटीएम ने कहा कि उसने अपने ऐप में ‘माय पेमेंट’ फीचर के तहत ‘बैंक ट्रांसफर्स’ को जोड़ दिया है।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में 12,400 करोड़ रुपए का भारी निवेश किया है। इस तरह उनके प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (AUM) रिकॉर्ड 8 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई हैं।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। इससे म्यूचुअल फंड कंपनियों के प्रबंधन के तहत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (AUM) बढ़कर 23.25 करोड़ रुपए पर पहुंच गयी, जो कि पिछले महीने से 9 प्रतिशत अधिक है।
दूरसंचार क्षेत्र के उद्योग संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने क्षेत्र में 2022 तक 100 अरब डॉलर (करीब 6.5 लाख करोड़ रुपए) का निवेश आकर्षित करने की सरकार की योजना को उम्मीद के मुकाबले कहीं कम बताया है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री वय वंदन योजना (PMVVY) के तहत निवेश सीमा को दोगुना कर 15 लाख रुपए करने को मंजूरी दे दी है। इससे वरिष्ठ नागरिकों का सामाजिक सुरक्षा कवर बढ़ सकेगा। निवेश सीमा बढ़ने से वरिष्ठ नागरिकों को प्रति माह दस हजार रुपए तक पेंशन मिल सकेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान बनी नयी भागीदारी के तहत भारत ब्रिटेन में एक अरब पौंड से अधिक का निवेश करेगा जिससे यहां 5,750 नौकरियां सुरक्षित/सृजित होंगी।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के खाताधारकों को चालू वित्त वर्ष के दौरान अपने भविष्य निधि खाते से शेयर बाजार में निवेश को तय सीमा से कम अथवा अधिक करने का विकल्प मिल सकता है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के 5 करोड़ से अधिक ग्राहकों को जल्द ही अपने प्रोविडेंट फंड में से एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के जरिए शेयरों में निवेश बढ़ाने या घटाने का विकल्प मिल सकता है।
देश में उभरते उद्यमियों को राहत पहुंचाने और स्टार्टअप्स ईकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने आज स्टार्टअप्स को इनकम टैक्स से छूट देने की घोषणा की है। सरकार ने कुल निवेश के 10 करोड़ रुपए से अधिक न होने की स्थिति में टैक्स से छूट देने की आज मंजूरी दे दी।
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिहाज से भारत सबसे पंसदीदा गंतव्यों में से एक है और अगले पांच साल में देश में होने वाला वार्षिक विदेशी निवेश करीब 75 अरब डॉलर पहुंचने की उम्मीद है।
RBI ने कहा है कि अब निवेश को बढ़ावा मिलने के साफ संकेत मिल रहे हैं, RBI के इस बयान से शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है।
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