एपीआई के तहत प्रबंधित संपत्ति का आंकड़ा 44.07 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो इतिहास में अबतक का सबसे ऊंचा स्तर है।
क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन और लक्ष्मी ऑर्गेनिक्स इंडस्ट्रीज का आईपीओ सोमवार को खुलेगा। कल्याण ज्वेलर्स का आईपीओ मंगलवार को आएगा। इसके अलावा सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और नजारा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ बुधवार को खुलेगा।
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने 2021 को ‘शिक्षा के वर्ष’ के रूप में समर्पित किया है। मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार की योजना शिक्षा क्षेत्र में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोई निवेशक 14 से 16 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न हासिल करना चाहता है तो उसे कम से कम 25 साल तक निवेशित रहने के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च 2021 को है और इसे ध्यान में रखते हुए भारत के अग्रणी इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) ने हाल ही में भारतीय महिला निवेशकों की निवेश की आदतों को समझने के लिए एक सर्वेक्षण किया।
अप्रैल से दिसंबर 2020 के दौरान देश में कुल 67.54 अरब डॉलर के बराबर एफडीआई आया है। मंत्रालय के मुताबिक किसी भी वित्तीय वर्ष के पहले 9 महीनों के दौरान दर्ज किया गया य़े अब तक का सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश रहा है।
भारत की तटीय सीमा के साथ 189 लाइट हाउस हैं इनमें से 78 लाइटहाउस को बड़े पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की योजना बनाई गई है।
गूगल ने बुधवार को कहा कि वह कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भारत में छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को समर्थन देने के लिए 15 लाख डॉलर (लगभग 109 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी।
सरकार के मुताबिक एफडीआई इक्विटी प्रवाह चालू वित्त वर्ष के पहले आठ में 43.85 अरब डॉलर रहा है। यह किसी वित्त वर्ष के पहले आठ माह का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। पिछले वित्त 2019-20 के पहले आठ की तुलना में यह 37 प्रतिशत अधिक है।
जिन क्षेत्रों में अधिकतम विदेशी पूंजी प्रवाह आया, उसमें कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेवाएं, व्यापार, रसायन और वाहन शामिल हैं। देश में सर्वाधिक निवेश सिंगापुर, अमेरिका, मॉरीशस, नीदरलैंड, ब्रिटेन, फ्रांस और जापान से आया।
स्टॉक में निवेश करने के कई तरीके हैं। सबसे पहले आप अपनी सुविधानुसार तरीके का चयन करें।
निवेश यदि मुनाफेमंद न हो तो उसका कोई मतलब नहीं रह जाता। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स कई दशकों से आम लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं।
विदेशी कंपनियों के साथ-साथ 29 घरेलू कंपनियो ने 37 हजार 144 करोड़ रुपए के निवेश का करार किया है। 28 विदेशी कंपनियो में कनाडा की दो, जर्मनी की चार, हांगकांग की एक, जापान की सात, सिंगापुर की दो, यूनाईटेड किंगडम की तीन, यूएसए की पांच और कोरिया की चार कंपनियां हैं।
उत्तर प्रदेश में 10 देशों की कंपनियों ने 45 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। इन देशों में जापान, जर्मनी और अमेरिका शामिल हैं। वहीं एप्पल के सप्लायर ने भारत में 15 करोड़ डॉलर के निवेश को मंजूरी दे दी है।
पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये निवेश अक्टूबर में बढ़कर 78,686 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अगस्त, 2019 के बाद पी-नोट्स के जरिये निवेश का यह सबसे ऊंचा स्तर है। अगस्त 2019 में विदेशी निवेशको के जरिए पी-नोट्स से निवेश का आंकड़ा 79,088 करोड़ रुपये रहा था।
एलआईसी के मुताबिक, इस प्लान को 13 साल से लेकर 50 साल तक का कोई व्यक्ति ले सकता है। इस प्लान में हर पाचवें साल में यानी 5वें साल, 10वें साल, 15वें साल, 20वें साल पर 15-20 फीसदी मनी बैक मिलेगा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक एफपीआई ने इक्विटी में सकल आधार पर 6,564 करोड़ रुपये और डेट सेग्मेंट में 1,817 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस तरह 2-6 नवंबर के बीच कुल 8,381 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।
इससे पहले पीआईएफ ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की डिजिटल सर्विस सब्सिडियरी जियो प्लेटफार्म्स में 2.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी।
हीरानंदानी ग्रुप ग्रेटर नोएडा में डाटा सेंटर बनाने में 750 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।
आंकड़ों के अनुसार एक से 23 अक्टूबर के दौरान एफपीआई ने शेयरों में शुद्ध रूप से 15,642 करोड़ रुपये का निवेश किया। इस दौरान ऋण या बांड बाजार में उन्होंने 2,107 करोड़ रुपये डाले। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 17,749 करोड़ रुपये रहा। सितंबर में एफपीआई ने 3,419 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी।
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