इंडिया टीवी पैसा की टीम बता रही है ऐसे प्लानिंग के बारे में, जिनसे आप नियमों के दायरे में रहते हुए अपने इंवेस्टमेंट पर ङुई आमदनी पर टैक्स बचा सकते है।
मेक इन इंडिया को भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज निवेशकों को विश्वसनीय व पारदर्शी कर प्रणाली वादा किया।
आरामदायक रिटायरमेंट जीवन पाना बहुत आसान है। रियारमेंट प्लानिंग आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों के लिए सबसे अहम होता है। अक्सर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बताने जा रही है ऐसे 5 पैमानों के बारे में जिन्हें आजमा कर आप खुद पता कर सकते हैं कि आप अमीर हुए कि नहीं।
दलाल पथ पर गुरुवार को मचे हाहाकार के बीच निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपए डूबे गए। सेंसेक्स में 807 अंक की गिरावट आई और यह 22,951.83 अंक पर बंद हुआ।
रतन टाटा ने कहा कि देश में असमानता के वातावरण की समस्या है। राजनीतिक कारणों के चलते भारतीय समाज में जाति, धर्म और सांप्रदायिक आधार पर खाइयां पैदा की गई हैं।
अगर आप सुकून भरा रिटायरमेंट चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि अभी से प्लानिंग शुरू कर दें। यहां जरूरी है कि अंधाधुंध निवेश की बजाए समझदारी से निवेश करें।
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का सोच रहे हैं तो निवेश से पहले इन 5 बातों का ख्याल जरूर रखें। आप फायदे को बढ़ाकर ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
मोदी सरकार की गोल्ड बॉन्ड लोगों को पसंद आने लगी है। दूसरे चरण 18 से 22 जनवरी के दौरान 2,790 किलो सोने के लिए 3.16 लाख आवेदन मिले हैं।
उद्योगपति रतन टाटा ने प्रीमीयम चाय कंपनी, टीबॉक्स में निवेश किया है। गौरतलब है कि उन्होंने हाल में वैश्विक स्तर पर विभिन्न स्टार्टअप में निवेश किया है।
फाइनेंशियल प्लानिंग करते वक्त सेविंग्स और इंवेस्टमेंट के बीच का अंतर करना भूल जाते हैं। कैरियर के शुरुआती दौर में जब हमारा फोकस निवेश पर होना चाहिए।
सरकार सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का दूसरा चरण 18 जनवरी को शुरू करने जा रही है। वहीं, मोनेटाइजेशन में लोगों ने अब तक 500 किलो सोना सरकार के पास जमा कराया है।
सरकार पीपीएफ (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड), एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) समेत पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर सकती है।
म्यूचुअल फंड्स बेहतर निवेश विकल्प के रूप में सामने आए हैं, जहां न सिर्फ पैसा सुरक्षित रहता है बल्कि रिटर्न भी बेहतर मिलता है।
इक्विटी, बांड्स और रियल एस्टेट में निवेश के बाद भी यदि आपके पास कुछ पैसा बच गया है तो आप अपने पोर्टफोलियो में कुछ आकर्षक विकल्प जोड़ने पर विचार कर सकते हैं।
एनएसई और बीएसई ने निवेशक और सदस्यों को सलाह दी है कि वे उन 386 शेयरों में कारोबार करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें, जिनमें कम खरीद-फरोख्त होती है।
रतन टाटा ने कहा कि वह नए विचारों पर आधारित कंपनियों में निवेश करते हैं जो उन्हें उत्साहित करते हैं। अबतक 20 से अधिक स्टार्ट अप में निवेश कर चुके हैं।
अमेरिका के वेंचर कैपिटल विश्लेषक और विलय व अधिग्रहण रिसर्चर पिचबुक का कहना है कि 2016 में स्टार्टअप्स के लिए निवेशकों की ओर से डॉलर की बाढ़ आएगी।
अक्सर हम निवेश और फाइनेंशियल प्लानिंग में इन पांच बातों का ख्याल रखें तो हमारा भविष्य न सिर्फ सुरक्षित होगा वहीं खुशहाल भी बन जाएगा।
ऑनलाइन इंश्यारेंस खरीदने से पहले कुछ चीजें ध्यान रखनी बहुत जरूरी हैं, जिससे भविष्य में क्लेम या दूसरी जरूरत के वक्त मुश्किल नहीं आती।
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