सरकार ने अल्टरेनिटिव इनवेस्टमेंट फंड्स में निवेश को इसी साल मंजूरी दी है। फैसले के नोटिफिकेशन के बाद बोर्ड की ये पहली बैठक है।
वित्त मंत्री ने सीआईआई वैश्विक आर्थिक नीति सम्मेलन 2021 को संबोधित करते हुए कहा कि आयात पर निर्भरता कम करने के लिए उद्योगों को आगे आना चाहिए
अक्टूबर में 127 पीई और वीसी इनवेस्टमेंट ट्रांजेक्शन एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 38 प्रतिशत अधिक हैं। लेकिन सितंबर, 2021 में यह संख्या 134 रही थी।
भारत सरकार ने साल 2030 तक अपनी ऊर्जा जरूरतों का 50 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करने और गैर जीवाश्म ईंधन ऊर्जा क्षमता को बढ़ाकर 500 गीगावाट करने का लक्ष्य रखा है
सफायर फूड्स का आईपीओ 11 नवंबर तक खुला रहेगा, वहीं लेटेंट व्यू एनालिटिक्स का आईपीओ 10 नवंबर से 12 नवंबर तक खुला रहेगा।
इस कैलकुलेशन के हिसाब से 15 प्रतिशत के अनुमानित रिटर्न के साथ हर माह 15 हजार रुपये का निवेश करने पर कुल जमा राशि 27 लाख रुपये होगी और इस पर 74 लाख रुपये से ज्यादा का रिटर्न प्राप्त होगा
इक्विटी म्यूचुअल फंड के एसेट अंडर मैनजमेंट सितंबर के अंत तक बढ़कर 12.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं। जून के अंत तक यह 11.1 लाख करोड़ रुपये थीं।
कंपनी ने शनिवार को बयान में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी एकल कुल आय मामूली बढ़कर 2,470.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 2,439.78 करोड़ रुपये रही थी।
इस साल सितंबर तक FPI का कुल पूंजी प्रवाह 8.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया। यह 2021 में अबतक उभरते बाजारों में सबसे अधिक है। भारत के अलावा सिर्फ ब्राजील में पूंजी निवेश बढ़ा है।
NSE ने 4 से 5 करोड़ का स्तर छूने में मात्र 7 महीने का वक्त लिया है। वहीं 3 से 4 करोड़ पहुंचने में बाजार को 15 महीने का वक्त लगा था।
शेयर बाजार गिरावट से, बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 8,47,397 करोड़ रुपये घटकर 2,66,22,209.99 करोड़ रुपये हो गया है।
इससे पहले जून के अंत तक निवेश स्तर 92,261 करोड़ रुपये, मई के अंत तक 89,743 करोड़ रुपये, अप्रैल के अंत तक 88,447 करोड़ रुपये और मार्च के अंत तक 89,100 करोड़ रुपये था।
किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष हासिल करना जरूरी होता है, 52 अन्य कंपनियां बाजार नियामक की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं।
गोल्ड ईटीएफ में इस जुलाई को छोड़कर बाकी सभी महीने निवेशकों का निवेश बढ़ा है। ईटीएफ श्रेणी में अबतक शुद्ध रूप से 3,515 करोड़ रुपये का निवेश आया है
एफपीआई ने अवधि के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 226 करोड़ रुपये का निवेश किया, वहीं वे बांड बाजार से 1,698 करोड़ रुपये की निकासी कर चुके हैं।
बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार पर आने वाले कुछ समय तक फेडरल रिजर्व, चीन की अर्थव्यवस्था, कच्चे तेल की कीमतें और घरेलू बाजार में कंपनियों के तिमाही नतीजों का असर देखने को मिलेगा।
सीबीडीटी चेयरमैन की अध्यक्षता में एक बहु एजेंसी समूह पेंडोरा पेपर्स मामले की जांच की निगरानी करेगा। एक आधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई।
दुनिया भर की 14 कंपनियों से मिले लगभग एक करोड़ 20 लाख दस्तावेजों की पड़ताल से भारत सहित 91 देशों के सैकड़ों मशहूर लोगों के निवेश का खुलासा हुआ है।
भारत के लिए आज फिर अच्छी आई खबर है। यह खबर भारत की मजबूत स्थिती और देश की अर्थव्यवस्था के सही दिशा में जाने की ओर इशारा करती है।
कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह का सबसे बड़ा हिस्सा ऑटो सेक्टर का रहा है। वहीं इस दौरान सबसे ज्यादा निवेश कर्नाटक को मिला है।
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