अप्रैल में थोक अधारित महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) (-)0.85 फीसदी से बढ़कर 0.34 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पहले रिटेल महंगाई में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
श्रमिक यूनियनों की विरोध प्रदर्शन की चेतावनी से अप्रभावित वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईपीएफ ब्याज दर विवाद में सरकार पीछे नहीं हटेगी।
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) जमाओं की ब्याज दर को लेकर वित्त और श्रम मंत्रालयों के बीच लड़ाई छिड़ती नजर आ रही हैं। पहली बार CBT के फैसले को दरकिनार किया गया
सरकार और रिजर्व बैंक ने उम्मीद जताई कि यदि महंगाई नीचे आती है और मानसून अच्छा रहता है, तो ब्याज दरों में कमी आएगी। इस साल बेहतर मानसून की संभावना है।
सार्वजनिक क्षेत्र के ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने अपने बचत खाताधारकों को मासिक आधार पर ब्याज देना शुरू कर दिया है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने होम लोन की ब्याज दर को घटाकर 9.45 फीसदी कर दिया है। वहीं महिला ग्राहकों के लिए ब्याज दर घटकर 9.4 फीसदी हो गई है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने तिमाही मौद्रिक समीक्षा में मुख्य नीतिगत दरों को 0.25% घटा दिया है। इस कटौती के बाद रेपो रेट की दर 6.50 फीसदी हो जाएगी।
नया वित्त वर्ष 2016-17 आपके लिए अच्छी खबर लेकर आया है। बैंकों ने नए बेस रेट फॉर्मूला के आधार पर होम लोन पर ब्याज दरें घटाने की शुरुआत कर दी है।
आज से स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाला ब्याज कम हो गया है। आज से पीपीएफ, केवीपी जैसी स्कीम पर ब्याज दर में 1.3% की कटौती लागू हो जाएगी।
अमेरिका के फेडरल रिजर्व की प्रमुख जानेट येलेन ने अमेरिकी की आर्थिक ग्रोथ को लेकर भरोसा जताया और कहा कि केंद्रीय बैंक ब्याज दर में धीरे-धीर बढ़ोतरी करेगा।
ड्यूश बैंक के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक के मुद्रास्फीति लक्ष्य को देखते हुए आगामी समीक्षा में नीतिगत दर में केवल 0.25 प्रतिशत कटौती करेगा।
अरूण जेटली ने लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती के निर्णय का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कम दरों की दिशा में बढ़ना है।
बैंकों का कहना है कि वे जमा और कर्ज पर ब्याज दर घटाने से पहले अगले महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा का इंतजार करेंगे।
सरकार ने पीपीएफ पर ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 8.1 फीसदी कर दी है। साथ ही किसान विकास पत्र पर मिलने वाली ब्याज दर 8.7 फीसदी से घटाकर 7.8 फीसदी की गई।
खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोतरी की रफ्तार कम होने से रिटेल महंगाई दर घटी है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित रिटेल महंगाई फरवरी में 5.18 फीसदी रही।
आईएमएफ का मानना है कि महंगाई का लक्ष्य पाना है तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को सख्त मौद्रिक नीति को लंबे समय के लिए रखना पड़ सकता है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) वित्त वर्ष 2015-16 के लिए पीएफ जमाओं पर 9 फीसदी ब्याज देने की घोषणा 16 फरवरी को कर सकता है।
रिजर्व बैंक ने मंगलवार को अपनी मोनेटरी पॉलिसी रिव्यू में उम्मीद के मुताबिक रेपो रेट को 6.75 फीसदी और सीआरआर को 4 फीसदी पर बरकरार रखा है।
इस साल कर्मचारियों को पीएफ पर अधिक ब्याज मिल सकता है। ईपीएफओ की वित्त समिति ने पीएफ पर ब्याज दर 8.75 फीसदी से बढ़ाकर 8.95 फीसदी करने की सिफारिश की है।
आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में 1.25 फीसदी की कटौती और एफडीआई नियमों में ढील के साथ-साथ सभी के लिए घर और स्मार्ट सिटी योजना से रीयल्टी को बड़ी उम्मीद है।
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