जीवन बीमा पॉलिसी के संबंध में सभी विनियमों को एकीकृत करने वाले ‘मास्टर’ सर्कुलर को बुधवार को जारी करते हुए इरडा ने कहा कि ‘फ्री-लुक’ अवधि अब 30 दिन की है। पहले यह अवधि 15 दिन थी।
सर्कुलर में कहा गया है कि दस्तावेजों के अभाव में कोई भी दावा अस्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रस्ताव की स्वीकृति के समय जरूरी दस्तावेजों को मांगना चाहिए।
आपको ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम में निवेश करने की ज़रूरत है जो आपकी जीवनशैली के अनुसार बदलती हो। यह आपकी बदलती वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त लचीला होना चाहिए।
एलआईसी का कहना है कि ऐसी उम्मीद है कि जो भी नई सरकार आएगी, वह समग्र लाइसेंस की अनुमति दे सकती है। कंपनी के चेयपमैन ने कहा है कि हमने कुछ आंतरिक जमीनी कार्य भी किए हैं।
जब आप 30 साल की उम्र में आ जाते हैं तो आपकी फानेंशियल प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस सहित कुछ खास इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।
अगर आप यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (यूएलआईपी) खरीद रहे हैं तो अलग-अलग शुल्क, फंड ऑप्शन, फंड स्विच करने से जुड़े सवाल जरूर पूछें। जब भी आप बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए फॉर्म भर रहे हों तो इसे पूरी तरह से और सही जानकारियों के साथ भरें।
हम आपको बता दें कि ऐसा ही जबरदस्त फॉर्मूला है, जिसके जरिये आप आसानी से पता कर सकते हैं कि आपको कितना इंश्योरेंस कवर चाहिए।
किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड का अगर 45 से अधिक दिनों तक इस्तेमाल कर चुके हैं तो आप फ्री इंश्योरेंस सुविधा के पात्र हैं। इनमें दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा दोनों ही शामिल है।
क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा भी इस कंपनी के निवेशकों में शामिल हैं। कंपनी को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड से आईपीओ लाने की मंजूरी मार्च में मिल गई थी।
देश में जीएसटी आने से पहले हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर 15 प्रतिशत सर्विस टैक्स चुकाना होता है। अब अगर सरकार हेल्थ इंश्योरंस प्रीमियम पर जीएसटी में कटौती करती है तो यह लोगों के लिए और भी किफायती होगा।
कार इंश्योरेंस लेते में हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसके बारे में इस आर्टिकल में हम विस्तार से बताने जा रहे हैं।
रुपे डेबिट कार्ड अलग-अलग कवर कवरेज प्रदान करता है। इंश्योरेंस क्लेम, घटना के 90 दिनों के भीतर बीमाकर्ता को करना जरूरी है।
प्रीमियम दरें लागत प्रभावी हैं और पॉलिसी खरीदते समय इंश्योरंस कंपनियों के साथ इस पर बातचीत की जा सकती है। प्रीमियम राशि 600 रुपये से शुरू होती है।
New Insurance Rule: IRDAI के आदेश के अनुसार आपको ई-इंश्योरेंस अकाउंट खोलना जरूरी हो गया है। CAMS, Karvy, NSDL और CDSL के पास आसानी से ई-इंश्योरेंस खाता ओपन कर सकते हैं।
नए वित्त वर्ष की 1 अप्रैल 2024 से शुरुआत हो गई है। इसके साथ ही टैक्स, फास्टैग, बीमा, म्यूचुअल फंड्स सहित कई चीजों में आज से नए नियम भी लागू हो गए हैं। इन सभी में अब आपको नए प्रावधानों का पालन करना होगा।
चूंकि यह डिजिटल प्रारूप में होगा, इसलिए आपको किसी भी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ के गुम होने की चिंता करने की ज़रूरत नहीं होगी।
भारतीय जीवन बीमा निगम ने यह फैसला बीमा नियामक आईआरडीएआई के इस संबंध में 28 मार्च 2024 को जारी निर्देश के मुताबिक लिया है।
IRDA की ओर से हाल ही में बीमा क्षेत्र के कई नियमों में बदलाव किया गया है। इसमें बीमा पॉलिसी वापसी से जुड़ा भी नियम शामिल है।
वैसे भारतीय जो 18-50 साल की आयु वर्ग के हैं और उनका बैंक में या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता है, इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सालाना प्रीमियम के भुगतान के आधार पर 1 जून से 31 मई तक कवरेज वैलिड रहता है।
ऐसे उदाहरण हैं, जहां दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में 75 वर्ष से अधिक आयु के ग्राहकों को जीवन बीमा पॉलिसी बेची गईं। आमतौर पर बैंक अपनी सहायक बीमा कंपनियों के उत्पादों को बेचने की कोशिश करते हैं।
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