Inflation in US : महंगाई के ताजा आंकड़े से फेडरल रिजर्व इस बात से सहमत हो सकता है कि मुद्रास्फीति दो प्रतिशत के लक्ष्य के अनुरूप आ रही है।
सर्वेक्षण के अनुसार, मौजूदा कीमतों पर शहरी क्षेत्रों में औसत एमपीसीई (बिना वैकल्पिक आंकड़ों के) 2011-12 के 2,630 रुपये से 2022-23 में दोगुना से अधिक होकर 6,459 रुपये हो गया है। इसी तरह ग्रामीण इलाकों में यह 1,430 रुपये से बढ़कर 3,773 रुपये हो गया है।
खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर नवंबर महीने में बढ़कर 8.7 प्रतिशत रही जो अक्टूबर में 6.61 प्रतिशत और पिछले साल नवंबर में 4.67 प्रतिशत थी।
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा आज दुनियाभर में हमारी अर्थव्यवस्था 5वें स्थान पर पहुंच गई है। अगर देश इसी तरह से काम करता रहा तो जल्द ही हम दुनिया की 3 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे। महंगाई पर भी अपनी बात रखी।
Retail inflation: खुदरा महंगाई ने आम लोगों की चिता बढ़ा दी है। पिछले 15 महीनों का रिकॉर्ड टूट गया है।
Rbi Repo Rate: देश की आम जनता पर एक बार फिर महंगाई की मार पड़ने जा रही है। इस बार RBI के रेपो रेट की बैठक में कुछ बड़ा फैसला देखने को मिल सकता है।
Villagers Retail Inflation: खुदरा महंगाई से जुड़ी नई अपडेट सामने आ गई है, जो किसानों के लिए चिंता का विषय है। मई की तुलना में जून में महंगाई बढ़ी है।
WPI Inflation May: भारत तरक्की के रास्ते पर तेजी से बढ़ रहा है। मई महीने में थोक महंगाई में गिरावट देखने को मिली है।
Indian Economy: नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगड़िया ने कहा है कि 2000 का नोट वापस मंगाने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से अर्थव्यवस्था पर कोई प्रत्यक्ष प्रभाव नहीं पड़ेगा।
Inflation RBI: भारत में अच्छे दिन के संकेत नजर आने लगे हैं। RBI के एक फैसले ने देश में महंगाई को कम करने का काम किया है। इस बार के रिपोर्ट में पिछले 34 महीने का रिकॉर्ड टूट गया है।
Britain Inflation Rate: ब्रिटेन में महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले सात महीने से महंगाई 10% के ऊपरी स्तर बर बनी हुई है। इसका हाल देख आप इंडिया को बेहतर बताएंगे।
Recession in India: देश और दुनिया में मंदी के आसार दिखाई देने शुरू हो गए हैं। भारत को लेकर भी एक तस्वीर सामने आई है। देश से एक्सपोर्ट होने वाले माल में भारी गिरावट देखी गई है। यहां पूरी रिपोर्ट पढ़ें।
Inflation rate of India: आज का दिन भारत के लिए काफी अच्छा रहा है। सुबह भारतीय फिल्म RRR को ऑस्कर मिलने की खबर आई तो शाम होते-होते महंगाई दर में भारी गिरावट को लेकर जानकारी सामने आ गई। आइए पूरी रिपोर्ट पढ़ते हैं और ये जानने की कोशिश करते हैं कि इससे कितना कुछ बदल जाएगा।
अमेरिका में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। वहां महंगाई अपने चरम पर है। लोगों के पास पैसे की कमी है। स्थिति इतनी भयावह हो गई है कि हर तीन में से दो अमेरिकी अपना राशन बिल तक नहीं भर पा रहे हैं। पूरी रिपोर्ट खबर में पढ़ें।
भारत में अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई कम हुई है। मंदी से जूझ रही दुनिया के कई देशों की तुलना में हमारे लिए अच्छी खबर है। भारत में मंदी आने की भी संभावना बेहद कम है। पढ़िए महंगाई दर कम होने का असर आम जनता पर कितना पड़ेगा।
भारत की जनता के लिए आज एक अच्छी खबर आई है। देश में अब महंगाई पिछले 18 महीने के न्यूनतम स्तर पर चली गई है। एक्सपर्ट का कहना है कि इसका फायदा आम जनता को नहीं मिलेगा। आइए जानते हैं कि ऐसा कहने के पीछे का क्या कारण है?
Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुद्रास्फीति दर, जो भारत में 7 प्रतिशत से अधिक है, वर्तमान में कुछ अन्य देशों की तुलना में प्रबंधनीय स्तर पर है।
विश्व बैंक (World Bank) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मौद्रिक नीति के कड़े होने के बीच दुनिया को 2023 में मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
India में खाने का सामान महंगा होने से खुदरा महंगाई (Inflation) दर अगस्त महीने में बढ़कर सात प्रतिशत पर पहुंच गयी है।
सरकार की इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश के किस राज्य में महंगाई की मार सबसे ज्यादा है। वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां राष्ट्रीय औसत से महंगाई की दर काफी कम है।
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