दिसंबर के दौरान देश में औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार घटी है
बंधन बैंक का शुद्ध लाभ दिसंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में दोगुना से अधिक होकर 731.03 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान आईआईपी की वृद्धि दर 0.6 प्रतिशत रही, 2018-19 की समान अवधि में यह वृद्धि दर 5 प्रतिशत थी।
पिछले पांच सालों में, देश में निष्ठा के साथ काम करने का, पूरी ईमानदारी के साथ काम करने का, पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने का एक माहौल बना है।
पीठ ने ऋणदाताओं से छह दिसंबर तक सेबी के पास नई याचिका देने को कहा है। सेबी का पूर्णकालिक सदस्य संबंधित पक्षों की दलों की दलीलें सुनने के बाद 12 दिसंबर तक अपना आदेश सुनाएगा।
बिजली उत्पादन भी आलोच्य महीने में 2.6 प्रतिशत घटा, जबकि एक साल पहले इसी महीने में इसमें 8.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
आईआईपी में 77 प्रतिशत योगदान वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अगस्त 2019 के दौरान 1.2 प्रतिशत घट गया।
बैंक ने बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 8,877.53 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 6,755.37 करोड़ रुपए रही थी।
आठ प्रमुख उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उवर्रक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं। पिछले साल अगस्त में इन क्षेत्रों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत ऊंचा रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 73वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए उद्योग जगत के साथ मुस्तैदी से खड़े दिखे। उन्होंने कहा कि संपत्ति सृजित करने वालों को संदेह की नजर से नहीं देखा जाना चाहिए, वे देश की पूंजी हैं, उनका सम्मान होना चाहिए।
विभन्न क्षेत्रों में नकली उत्पादों से देश को हर साल कुल एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान होṁता है। ऐसे में इसके बारे में पर्याप्त जागरुकता फैलाने, निगरानी करने और इसके खिलाफ समाधान विकसित करने की जरूरत है।
जून महीने में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर पिछले साल के 6.90 प्रतिशत की तुलना में गिरकर 1.20 प्रतिशत पर आ गई।
उद्योग जगत की हस्तियों ने उत्तर प्रदेश को निवेश का पसंदीदा स्थल बताते हुए आने वाले समय में बड़ी परियोजनाओं के साथ राज्य में हजारों करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया।
खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति जून में इससे पूर्व महीने के मुकाबले मामूली रूप से बढ़कर 3.18 प्रतिशत पर पहुंच गई।
देश के शीर्ष उद्योगपतियों की बजट 2019-20 पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
उद्योग जगत ने शुक्रवार को कहा कि जीएसटी परिषद के लिये अप्रत्यक्ष कर का दायरा बढ़ाने और सभी क्षेत्रों को इसके अंतर्गत लाने तथा कर स्लैब को युक्तिसंगत बनाने का सही समय है।
घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री में 18 साल की सबसे अधिक गिरावट आई है। मई महीने में यात्री वाहनों की बिक्री 20.55 प्रतिशत घटकर 2,39,347 वाहन रह गई।
इंडसइंड बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि हालांकि उसकी कुल आय मार्च, 2019 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 7,550.43 करोड़ रुपए रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 5,858.62 करोड़ रुपए थी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति एक महीना पहले फरवरी में 2.57 प्रतिशत रही थी जबकि एक साल पहले मार्च में यह 4.28 प्रतिशत पर थी।
डन एंड ब्रैडस्ट्रीट के हालिया आर्थिक पूर्वानुमान में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के फरवरी 2019 में 3 से 3.20 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया।
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