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निफ्टी पैक के शेयरों में सबसे अधिक तेजी बजाज ऑटो में 2.22 फीसदी, ट्रेंट में 1.95 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 1.72 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 1.50 फीसदी और टाटा मोटर्स में 1.49 फीसदी देखने को मिली।
Gold Rate Today 27th December 2024 : दिल्ली में गुरुवार को 24 कैरेट सोने की कीमत 250 रुपये की तेजी के साथ 78,850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। उधर हाजिर बाजार में चांदी 300 रुपये की तेजी के साथ 90,800 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
गौतम अडानी ने कहा कि हमें सरकार से कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, 'हमें किसी भी तरह के स्पेशल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है। हम 25 राज्यों में काम कर रहे हैं।'
डाकघर नियम, 2024 को डाकघरों की तरफ से दी जाने वाली सेवाओं को सक्षम बनाने के लिए बनाया गया है। इसमें विभाग के नए रास्ते खोलने और डाकघर के जरिये दी जा सकने वाली सेवाओं के माध्यम से रोजगार सृजन शामिल है।
आरबीआई रिपोर्ट कहती है कि बैंकों की एसेट क्वालिटी बेहतर हुई है और इनका सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (GNPA) अनुपात मार्च, 2024 के अंत में 2.7 प्रतिशत और सितंबर, 2024 के अंत में 2.5 प्रतिशत पर आ गया, जो 13 साल का सबसे निचला स्तर है।
1991 में, भारत एक गंभीर आर्थिक संकट के कारण लोन डिफॉल्ट के कगार पर खड़ा था। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 6 बिलियन डॉलर से भी कम हो गया, जो देश के आयात के दो सप्ताह को कवर करने के लिए काफी नहीं था।
साल 1991 में भारत को एक आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। यह बाहरी ऋण से संबंधित था। सरकार विदेशों से लिए गए अपने ऋणों का भुगतान करने में सक्षम नहीं थी। विदेशी मुद्रा भंडार, जिसे हम पेट्रोलियम और दूसरी महत्वपूर्ण वस्तुओं के आयात के लिए बनाए रखते हैं, गिरकर ऐसे स्तर पर आ गया जो एक पखवाड़े तक भी नहीं चल सकता था।
जब पी वी नरसिंहराव प्रधानमंत्री बने, तो उन्होंने मनमोहन सिंह को 1991 में अपने मंत्रिमंडल में शामिल कर वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंप दिया। इस समय डॉ. मनमोहन सिंह न तो लोकसभा और न ही राज्यसभा के सदस्य थे
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार के तहत 2006-2007 में भारत ने 10.08% की वृद्धि दर दर्ज की थी। यह 1991 में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के बाद से भारत में दर्ज की गई सबसे अधिक जीडीपी थी। उच्चतम जीडीपी वृद्धि दर 2006-2007 में 10.08% थी।
खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की कैटेगरी को 56.16 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ। आईपीओ में 250 करोड़ रुपये तक का नया निर्गम और 250 करोड़ रुपये तक का बिक्री-प्रस्ताव (ओएफएस) है। प्रस्ताव के लिए मूल्य सीमा 745-785 रुपये प्रति शेयर तय की गई है।
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