Amrit bharat express : पीएम मोदी 30 दिसंबर को 2 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं। इन ट्रेनों का कलर केसरिया होगा। स्पीड वंदे भारत की तरह ही 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। लेकिन किराया कम होगा।
देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक और बड़ी खुशखबरी मिली है। तीसरी तिमाही में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 19.8 फीसदी की बंपर उछाल के साथ 6.24 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह बताता है कि तीसरी तिमाही में भी इकॉनमी में ग्रोथ मोमेंटम लगातार बना हुआ है। ये आंकड़े शानदार कॉरपोरेट मुनाफे का भी संकेत देते हैं।
भारत इस समय डॉलर के मूल्य में 10.22 प्रतिशत की वार्षिक औसत दर से बढ़ा है। इस दर पर भारत की जीडीपी 2026 में 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर और 2027 में 5,500 अमेरिकी अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी।
रिपोर्ट में दुनियाभर के 11,080 प्रतिभागियों में भारत से 1,000 प्रतिक्रियाएं आई हैं। ज्यादातर श्रमिक या कर्मचारी सकारात्मक संगठनात्मक संस्कृति को अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्राथमिक कारक मानते हैं ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बेहतरीन नीतियों के चलते चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों में भारत की 7.7 प्रतिशत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि हासिल की है। इस पर खुद पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश की मजबूत होती अर्थव्यवस्था और पिछले 10 वर्षों में किए गए परिवर्तनकारी सुधारों का यह प्रतिबिंब है।
उन्होंने कहा कि शेयर बाजार या वित्तीय संस्थानों के वित्तीय संसाधनों पर निर्भर हुए बिना भी कॉर्पोरेट क्षेत्र के पास इन निवेशों को करने और पुनर्संतुलन करने में सक्षम होने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। वैश्विक मंदी और मध्य पूर्व और यूक्रेन में युद्ध छिड़ने के कारण उत्पन्न आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच निवेश में मंदी आई है।
भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद का आकार 3,730 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है।
ड्राइवरों को पूरी तरह से चार्ज बैटरी के लिए जल्दी से ख़त्म हो चुकी बैटरी को बदलने के लिए इसके सुविधाजनक और कुशल समाधान तक पहुंचने की अनुमति मिलेगी।
IRCTC: चार्ट बनने के बाद भी आप टिकट को कैंसिल कर रिफंड टीडीआर के जरिए पा सकते हैं। इसके प्रोसेस के बारे में हम इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से कर्जत के लिए अंतिम स्थानीय प्रस्थान रात 11:30 बजे होगा, और खोपोली से सीएसएमटी के लिए लास्ट लोकल डिपार्चर रात 11:15 बजे निर्धारित है।
कवच न सिर्फ ट्रेन के ड्राइवर को खतरे में सिग्नल पास करने और तेज गति से गाड़ी चलाने से बचाव में मदद करता है बल्कि इससे खराब मौसम के दौरान ट्रेन चलाने में भी मदद मिलती है।
भारतीय रेल ने पैन्ट्री कार की तरफ से सर्व किए जाने वाली खाने-पीने की चीजों की कीमतें तय कर रखी हैं। अगर आपको इसके हिसाब से चार्ज नहीं किया जाता है तो आप रेलवे में इसकी शिकायत कर सकते हैं।
यह देश की 21वीं सेमी हाईस्पीड ट्रेन है, जिसे पीएम मोदी ने बीते 27 जून, 2023 को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। ट्रेन आठ कोचों से बनी है जिसमें एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव चेयर कार लगे हैं।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में कहा है कि मजबूत घरेलू गति उच्च खाद्य मुद्रास्फीति तथा कमजोर निर्यात से होने वाली बाधाओं की भरपाई करती दिख रही है।
देश के प्रमुख उद्योगपति अडाणी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'बधाई हो भारत'। भारत के 4,400 अरब डॉलर वाले जापान और 4,300 अरब डॉलर वाले जर्मनी को पीछे छोड़कर जीडीपी के लिहाज से तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में सिर्फ दो साल बाकी हैं। तिरंगे की उड़ान जारी है!
रेलवे स्टेशनों पर छठ में खासकर बिहार जाने वाले यात्रियों की संख्या में इसबार जोरदार इजाफा देखने को मिल रहा है। देश के कई शहरों में रेलवे स्टेशनों पर भारी संख्या में लोग ट्रेन पकड़ने पहुंच रहे हैं।
त्योहार में भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर रेलवे ने यह खास इंतजाम किए हैं। लंबी दूरी से लेकर छोटी दूरी तक सफर तय करने में लोगों को सहूलियत देने की तैयारी में रेलवे लगातार जुटा हुआ है।
उत्तर रेलवे के जीएम ने छठ पूजा को लेकर स्टेशनों में किए गए प्रबंध की समीक्षा की है और अतिरिक्त टिकट काउंटर, अस्थायी सामान्य टिकट काउंटरों के बाहर आश्रय, पीने के पानी की सुविधा, स्वच्छता, सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए आरपीएफ की अतिरिक्त तैनाती करने के निर्देश दिए।
India Railway की ओर से बिना कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को विकल्प की सुविधा दी जाती है। इसके जरिए यात्री को उसके द्वारा चुने गए रूट की खाली ट्रेन में सीट देने की कोशिशि की जाती है।
एसएंडपी ग्लोबल इंडिया के मुताबिक, भारत के साल 2030 तक 7.3 ट्रिलियन इकोनॉमी के साथ दुनिया की तीसरी इकोनॉमी बनने की संभावना है। भारतीय अर्थव्यवस्था ने 2023 वित्त वर्ष में भी लगातार मजबूत ग्रोथ दिखाना जारी रखा।
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