भारतीय रेल के पास पूरे देश में 43 हजार हेक्टेयर खाली जमीन पड़ी है। आरएलडीए इस समय 85 रेलवे कॉलोनी विकास परियोजनाओं को हाथ में लिए है।
भारतीय रेलवे ने 'मेक इन इंडिया' अभियान को और मजबूत करते हुए जानकारी दी कि रेलगाड़ियों के इलेक्ट्रिक इंजनों में 95 फीसदी स्वदेशी कलपुर्जो का उपयोग हो रहा है।
नई सुविधा से पेट्रोल पंप की रियल टाइम निगरानी की जा सकेगी इसके साथ ही ये भी सुनिश्चित होगा कि ग्राहक को ईंधन देते वक्त हर बार मीटर की शुरुआत शून्य से ही हो।
कंसल्टेंसी फर्म ईवाई का कहना है कि मौजूदा दौर में भारत की अर्थव्यवस्था के लिए वैश्विक आर्थिक सुधार सकारात्मक है। अपनी आर्थिक पल्स रिपोर्ट में, कंसल्टेंसी फर्म ने कहा, "भारत के निर्यात ने अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा है।
आर्थिक थिंक टैंक एनसीएईआर को उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मौजूदा वित्तीय वर्ष में 8.4-10.1 प्रतिशत की वृद्धि हासिल कर सकती है। पिछले वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत का संकुचन हुआ था।
बैंक कर्ज चार जून, 2021 को समाप्त पखवाड़े में सालाना आधार पर 5.74 प्रतिशत बढ़कर 108.43 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
देश के आर्थिक पुनरुद्धार को समर्थन तथा व्यापार और उद्योग पर कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रभाव को कम करने के लिए सोच-विचार कर सावधानी के साथ उपाय करने की जरूरत है।
रिपब्लिक पार्टी के सीनेटर स्टीव डेंस ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला फिनटेक बाजार है और वित्तीय नवाचार के मामले में अमेरिका से काफी आगे है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक पिछले 18 महीनों में माल ढ़ुलाई की गति दोगुनी हुई है। वहीं 4 सेक्शन में माल गाड़ियों की गति 50 किलो मीटर प्रति घंटे से अधिक दर्ज की गयी है
मई 2021 में माल गाड़ियों की औसत गति 45.42 किमी प्रति घंटे रही है जो पिछले साल की समान अवधि की 36.84 किमी प्रति घंटे की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है।
एक बार जब टीकाकरण महत्वपूर्ण आबादी तक पहुंच जाएगा, तो अर्थव्यवस्था मांग, वैश्विक सुधार और आसान वित्तीय स्थितियों के चलते अच्छा प्रदर्शन करेगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोविड महामारी की दूसरी लहर के प्रभाव के बारे में द्रेज ने कहा कि जहां तक कामकाजी लोगों का सवाल है, स्थिति पिछले साल से बहुत अलग नहीं है।
तीन से सात मई के दौरान एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों से कुल मिलाकर 5,936 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी की है।
आप घर में जिस तेल से खाना बनाते हैं, कढ़ाई में बचा वह तेल आपकी कार में ईंधन के रूप में भी उपयोग में आ सकता है।
गोल्डमैन सैक्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन की तीव्रता पिछले साल के मुकाबले कम है। फिर भी, भारत के प्रमुख शहरों में सख्त प्रतिबंधों का असर साफ दिखाई दे रहा है।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत बढ़कर 91.33 पर आ गया।
हाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों तेजी से 2021-22 के परिदृश्य के कमजोर होने का जोखिम है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में घरेलू इकाई अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.80 पर खुली और फिर आगे गिरकर 74.87 पर पहुंच गई।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने एक से 16 अप्रैल के बीच शेयरों से शुद्ध रूप से 4,643 करोड़ रुपये निकाले और ऋण-पत्र या बांड बाजार में 28 करोड़ रुपये डाले।
पेट्रोल डीजल की महंगाई के बीच देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी Indian Oil ने आपको करोड़पति बनाने के लिए खास ऑफर शुरू किया है।
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