गाजियाबाद का पुराना रेलवे स्टेशन अब एयरपोर्ट की तरह चमकेगा। रेल मंत्रालय ने नए रेलवे स्टेशन के मॉडल की तस्वीर भी जारी की है। इन तस्वीरों में गाजियाबाद का पुराना रेलवे स्टेशन एकदम एयरपोर्ट की तरह चमचमाता दिखाई दे रहा है।
भारत में अधिकतर यात्री ट्रेन से सफर करना प्रेफर करते हैं। ये सबसे आसान साधन है। हालांकि क्या आप जानते हैं कि देश में सबसे लंबा और सबसे छोटा ट्रेन रूट कौन सा है। आइए जानते हैं ट्रेन के सबसे छोटे और लंबे रूट के बारे में।
Train Name Rule: राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस और दिल्ली-मंडुआडीह एक्सप्रेस जैसी दूसरी कई ट्रेनों का नाम रखते वक्त सरकार किस नियम को फॉलो करती है या अचानक से जो मन में पहली बार नाम आ जाता है उसे रख दिया जाता है। आइए आज इसपर विस्तार से बात करते हैं।
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक रेलवे स्टेशनों के व्यवसायिक इस्तेमाल के जरिए नॉन फेयर रेवन्यू (एनएफआर) के तहत ये कमाई की गई है।
तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा ने अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के तहत संचालित गंगावरम बंदरगाह को किसी निविदा के बगैर ही आईओसी का एलपीजी आयात केंद्र बनाए जाने पर सवाल उठाए थे।
रेलवे स्टेशन का नाम काले रंग से क्यों लिखा जाता है? अगर आपने कभी इस बारे में नहीं सोचा है तो हम आपको बताएंगे कि बोर्ड का रंग पीला और उसपर लिखा नाम काला क्यों होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि साइन बोर्ड को इस तरह रंगने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
रेल परिवहन का इस्तेमाल अमूमन थोक सामान ले जाने में होता रहा है लेकिन हाल में सड़क के रास्ते भी पहुंचाए जा सकने वाले कई उत्पादों की कंटेनरों में रेल के जरिये ढुलाई की जा रही है।
प्रतिदिन भारतीय रेलवे में यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या ऑस्ट्रेलिया की कुल जनसंख्या के बराबर है और लंबाई के मामले में यह दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है।
भारतीय रेलवे ने साल 2018 में, रेल मदद ऐप- एक शिकायत निवारण पोर्टल पेश किया गया है, जहां यात्री अपने फोन का उपयोग करके ट्रेनों या स्टेशनों के बारे में अपनी शिकायत आसानी से दर्ज कर सकते हैं। लोग अपनी लिखित कंप्लेन के साथ फोटो भी अपलोड कर सकते हैं।
Adani Group Share Fall: अडानी ग्रुप के शेयर जब से गिरने शुरु हुए हैं, तब से विपक्ष भारत सरकार पर लगातार हमलवार है। वह सरकार पर अडानी को बचाने का आरोप लगा रहा है। अब आखिर में भारत सरकार के तरफ से निर्मला सीतारमण ने बयान जारी किया है।
भारतीय रेलवे ने ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए कई नियम बनाए हैं इनमें से एक नियम अपर बर्थ वाले पैसेंजर्स के लिए है। हालांकि बहुत से पैसेंजर इन नियमों के बारे में नहीं जानते हैं। आइए आपको उनके बारे में बताते हैं।
रेल मंत्री वैष्णव ने संसद को बताया कि भारतीय रेलवे ने 2019-20 में यात्री टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी, जो यात्रा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए लगभग 53% की औसत रियायत है।
विश्व का सबसे ऊंचा स्ट्रेट-ग्रेविटी डैम 1963 में पूरा किया गया। इसके बाद ग्रामीणों की जरूरत को देखते हुए इस लाइन को बंद न करके फ्री में चलाना शुरु कर दिया गया। ये ट्रेन 13 किलोमीटर तक का सफर तय करती है जो सभी के लिए फ्री है।
Northern Railway Sells Scrap: रेलवे प्लेटफॉर्म और उसके आस-पास गैरजरूरी चीजों को एक बेच देता है। इस बार उत्तर रेलवे ने 500 करोड़ रुपये के कबाड़ बेचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें।
भारत में एक ट्रेन ऐसी है जो 5 घंटे में 46 किमी की दूरी तय करती है। इसका ये कारण है कि ये लोगों को घूमाते हुए आती है। इस ट्रेन के पांच स्टॉपेज भी हैं जिसमें कॉनून, वेलिंगटन, आरवनकाडु, केट्टी और लवडाले शामिल है।
कटरा-बनिहाल का 111 किमी लंबा रेल खंड बन रहा है। ये सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इस लाइन का 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से गुजरता है।
अगर आपकी ट्रेन मिस हो जाती है तो आपके पास जो मौजूद टिकट है उसका क्या होता है। ये सवाल अधिकतर लोगों के मन में आता है। दरअसल अगर आपका टिकट रिजर्वेशन में है तो उस टिकट से आप किसी अन्य ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं। अगर आपके पास रिजर्वेशन टिकट नहीं है तो आप उस टिकट से दूसरे ट्रेन में सफर कर सकते हैं।
महिंद्रा के पास इंडियन आर्मी की तरफ से 1470 महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक का ऑर्डर आया है। महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक में 2wd यानी 2 व्हील ड्राइव ऑप्शन होता है, पर आर्मी के लिए जो स्कॉर्पियो क्लासिक जाएगी, उसमें 4WD ऑप्शन होगा यानी आर्मी की जरूरत को देखते हुए, गाड़ी चारों टायर्स की पावर का इस्तेमाल करेगी।
कभी कभी हमारे पास ऐसे नोट सामने आ जाते हैं, जिन पर पेन, पेंसिल से चित्रकारी या लिखावट की गयी होती है। दूसरी ओर अगर आप इससे जुड़े नियमों के बारें में नहीं जानते तो उन्हें जानने की जरूरत है, क्योंकि करेंसी में लिखावट से कई चीजें जुड़ी हुई हैं।
डेलॉइट द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार महंगाई के बावजूद भारतीय उपभोक्ता अपना अगला वाहन महंगा खरीदने के लिये अधिक कीमत चुकाने को इच्छुक हैं।
लेटेस्ट न्यूज़