भारत में वर्ष 2020 तक देश में इस तरह के स्टार्टअप की संख्या 2.2 गुणा बढ़कर 10,500 तक पहुंचने की उम्मीद है। नैस्कॉम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
आप अगर अपना बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो शानदार मौका है। इसके लिए आपको पैसा सरकारी कंपनियां देंगी, बस उनको बिजनेस आइडिया देना होगा।
फंड की समस्या से जूझ रही भारतीय स्टार्टअप्स इंडस्ट्री में 2016 की शुरुआत से ही विलय और अधिग्रहण (एमएंडए) में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
फ्यूचर ग्रुप के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) किशोर बियानी ने कहा कि स्टार्टअप की स्थिति निराशाजनक है और उनमें से 90 फीसदी में कुछ नहीं होने जा रहा।
स्टार्टअप्स ईकोसिस्टम में कई बदलाव आ रहे हैं, लेकिन यहां एक चीज है जो बिल्कुल नहीं बदल रही है, वह है भारी भरकम सैलरी पैकेज।
डीआईपीपी ने स्टार्टअप्स के लिए टीवी रियल्टी शो बनाने के साथ एंट्रप्रेन्योर्स और स्टार्टअप्स के लिए एक डेडीकेटेड टीवी चैनल शुरू करने का सुझाव दिया है।
सात भारतीय स्टार्टअप्स की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर है। देश में कम से कम 50 ऐसे सूनीकॉर्न (क्षमतावान स्टार्टअप) हैं, जिनमें यूनीकॉर्न बनने की क्षमता है।
एसोचैम और थॉट आर्बिटरेज रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार भारत दुनिया में प्रौद्योगिकी केंद्रित स्टार्टअप का तीसरा सबसे बड़ा केंद्र है।
जीएसटी से सभी तरह और आकार के उद्योगों को फायदा होगा, स्टार्टअप्स भी अपने लिए आगे अच्छा समय आने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
भारत में एंट्रप्रेन्योरशिप के बारे में एक कठोर सत्य सामने आया है। पिछले दो सालों में 40 फीसदी से ज्यादा स्टार्टअप्स अपनी दुकानें बंद कर चुके हैं।
2016 के पहले छह माह में दिल्ली-एनसीआर (नेशनल कैपिटल रीजन) के स्टार्टअप्स ने बेंगलुरु की तुलना में दोगुना ज्यादा निवेश हासिल किया है।
सरकार ने स्टार्टअप के लिए 10,000 करोड़ रुपए के फंड को मंजूरी दे दी। इस कोष का इस्तेमाल स्टार्ट अप की मदद के लिए किया जाएगा।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी स्टार्टअप को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए 200 करोड़ रुपए के कोष की स्थापना की है।
बढ़ते यूजर बेस और मोटी फंडिंग के लिए भारतीय स्टार्टअप्स को पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त मीडिया कवरेज मिली है।
देश में मोदी सरकार स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसे प्रोग्राम को चला रही है। 2016 में स्टार्टअप का बंद होना बेहद चिंता की बात है।
स्टार्टअप कंपनी स्मार्टवाड्र्स के सह संस्थापक रहे शांतनु माथुर का मानना है कि नोलैरिटी द्वारा उनकी कंपनी का अधिग्रहण एक नए अध्याय की शुरूआत होगी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने यह साफ किया कि ज्यादा छूट के जरिए आय प्राप्त करना स्टार्टअप के लिए कोई व्यावहारिक कारोबारी मॉडल नहीं है।
पैपरटैप ने अपने नकदी संकट से जूझ रहे किराना की आपूर्ति के परिचालन को बंद कर दिया है। अब वह लॉजिस्टिक्स कारोबार पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
ICICI बैंक ने कहा कि वह फाइनेंशियल सेक्टर में किसी नई कंपनी (स्टार्टअप) में निवेश का तैयार है। इससे लोगों बिजनेस शुरू करने में आसानी होगी।
साल 2015 की अंतिम तिमाही में भारतीय स्टार्टअप्स में होने वाला इन्वेस्टमेंट सुस्त पड़ गया था, लेकिन 2016 के शुरू होते ही निवेशकों का रुझान बढ़ गया है।
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