अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 71.54 रुपए प्रति डॉलर पर कमजोर खुला और दिन के कारोबार में 71.63 रुपए तक नीचे गया।
इस दौरान हालांकि अमेरिका-चीन व्यापार विवाद को लेकर चिंताओं से विदेशी विनिमय बाजार में रुपए को लेकर धारणा प्रभावित हुई।
चुनाव के परिणाम आने के बाद शुक्रवार को रुपए में रिकवरी आई।डॉलर के मुकाबले रुपया पिछले सत्र से 26 पैसे की रिकवरी के साथ 69.75 रुपए प्रति डॉलर पर खुला।
फॉरेक्स डीलर्स ने कहा कि विदेशी फंड के सतत निर्वाह और घरेलू शेयरों में भारी खरीदारी से रुपए को बल मिला, हालांकि अमेरिका डॉलर के मजबूत होने और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि ने इसे सीमित कर दिया।
कच्चा तेल भी 0.38 प्रतिशत कमजोर होकर 65.61 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद के संयुक्त सत्र को कहा कि भारतीय वायु सेना के पकड़े गए पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को शांति की पहल के तहत शुक्रवार को छोड़ दिया जाएगा।
अंतर बैंकिंग विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में निर्यातकों की डॉलर की बिकवाली से सोमवार को रुपया मजबूती के साथ 70.99 प्रति डॉलर पर खुला।
इसके अलावा खुले बाजार परिचालन के जरिये केंद्रीय बैंक द्वारा नकदी प्रवाह बढ़ाने तथा विदेशी उधारी के लिए रिजर्व बैंक की नई नीति का अनावरण करने से रुपए की तेजी को समर्थन प्राप्त हुआ।
ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 1.75 प्रतिशत बढ़कर 59.75 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया 69.83 पर कमजोर खुला और दिन में 70.23 तक गिर गया था।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का रुख दूसरे दिन भी जारी रहा और गुरुवार को यह दो पैसे गिरकर 70.20 पर बंद हुआ।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में मजबूती का सिलसिला बुधवार को टूट गया और यह 75 पैसे गिरकर 70.18 पर बंद हुआ।
घरेलू मुद्रा ने सोमवार को 18 पैसे की तेजी लेकर साल का अंत किया लेकिन पूरे साल के दौरान इसमें 9.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
कच्चे तेल की नरमी से भारत के व्यापार घाटे को लेकर चिंता कम होने के बीच रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले 112 पैसे के जोरदार उछाल के साथ 70.44 डॉलर पर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार में अच्छी तेजी के बीच सोमवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए की विनिमय दर प्रति डॉलर 34 पैसे की तेजी के साथ 71.56 रुपए प्रति डॉलर हो गई।
भारतीय रुपये में शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मजबूती लौटी और यह 23 पैसे की बढ़त के साथ 70.67 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
फिच रेटिंग्स का अनुमान है कि 2019 के अंत तक रुपया टूटकर 75 रुपए प्रति डॉलर तक कमजोर हो जाएगा।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार छठे दिन मजबूत होकर खुला। मंगलवार को यह 29 पैसे की मजबूती के साथ 71.38 पर रहा।
वैश्विक बाजार में कच्चा तेल के सात महीने के निचले स्तर पर आ जाने तथा विदेशी निवेशकों की लिवाली से शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 31 पैसे मजबूत होकर 73.14 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
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