आमतौर पर किसी खास काम के लिए लंबी यात्रा करने वाले यात्री, यात्रा की तारीख से 4 महीने (120 दिन) पहले ही ट्रेन में अपनी सीट बुक कर लेते थे ताकि उन्हें कन्फर्म सीट मिल जाए और बाद की भीड़भाड़ से भी बच जाएं।
120 दिनों के एआरपी (एडवांस रिजर्वेशन पीरियड) के तहत 31 अक्टूबर, 2024 तक की गई सभी बुकिंग बरकरार रहेंगी। लेकिन 60 दिनों के एआरपी से परे की गई बुकिंग को कैंसिल करने की अनुमति होगी। ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस आदि जैसी कुछ दिन के समय की एक्सप्रेस ट्रेनों के मामले में कोई बदलाव नहीं होगा।
किसी भी ट्रेन में सामान्य कोटा की टिकट यात्रा की तारीख से 4 महीने पहले बुक की जा सकती है। इसके अलावा, तत्काल कोटा की टिकट को यात्रा की तारीख से कम से कम 1 दिन पहले बुक किया जा सकता है।
रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल रेलवे के कुल 11,72,240 कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस दिया जाएगा। ये एक प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) है, जो कर्मचारियों को प्रोडक्टिविटी के आधार पर दिया जाएगा।
भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने इस साल कर्मचारियों को दिए जाने वाले बोनस का ऐलान कर दिया है। रेल मंत्रालय ने इस साल अपने कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस देने की घोषणा की है। रेल मंत्रालय के इस फैसले से रेलवे के 11,72,240 कर्मचारियों को फायदा होगा।
रेलवे का कहना है कि दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान अगर समय रहते अतिरिक्त यात्रियों की संख्या की उम्मीद की जाती है, तो और अधिक विशेष ट्रेनों की घोषणा की जाएगी।
सतीश कुमार ने कहा, ''इस पूंजीगत व्यय की वजह से रेलवे की प्रॉपर्टी में भी काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसके लिए भरोसेमंद और सुरक्षित रेल ऑपरेशन के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की जरूरत है।''
रेलमंत्री ने कहा कि कैमरा लगाने के लिए टेंडर तीन महीने के भीतर जारी किया जाएगा, जिसमें सभी ट्रेनें शामिल होंगी। फुटेज को इकट्ठा करने और समीक्षा करने के लिए एक केंद्रीय डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा।
जबलपुर मंडल के कटनी में मुरवारा-बीना रेलखंड के बीच में पड़ने वाले दमोह रेलवे स्टेशन पर तीसरी लाइन को जोड़ने के लिए नॉन इंटरलॉकिंग का काम हो रहा है।
पैसेंजर्स के टिकट ऑनलाइन बुक हो जाएंगे और क्लिक करने के बाद वेटिंग टाइम नहीं लगेगा। यह प्रोसेस तुरंत शुरू हो जाएगा और यात्रियों को थोड़े अंतराल के भीतर ही टिकट मिल जाएगा।
ट्रेन के लिए बुकिंग की शुरुआत हो चुकी है। ये ट्रेनें कल्याण, इगतपुरी, भुसावल, खंडवा, इटारसी, भोपाल, बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, उरई, कानपुर और लखनऊ स्टेशनों पर रुकेंगी।
श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए रेलवे खास इंतजाम करने की तैयारी कर रहा है। इनमें अतिरिक्त आश्रय स्थल, शौचालय, शौचालय केंद्र, बुकिंग काउंटर, फूड स्टॉल, वाटर बूथ, विद्युत प्रकाश व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, निगरानी के लिए कंट्रोल रूम, मेडिकल बूथ और सुरक्षा चौकियां सेट अप होगा।
ट्रेनों के लिए बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। बुकिंग के लिए रेलवे की वेबसाइट www.irctc.co.in या निकटतम कम्प्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र पर जा सकते हैं।
आज के समय में ज्यादातर लोग ऑनलाइन टिकट बुकिंग करते हैं। लेकिन आप ऑनलाइन टिकट बुक करते समय अच्छी-खासी बचत कर सकते हैं।
ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद ट्रैफिक पर इसका असर देखा गया। रेलवे को इस वजह से कई ट्रेनों की आवाजाही में फेरबदल करना पड़ा है।
इस साल अंतरिम बजट 2024-25 में, भारतीय रेल को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 2.52 लाख करोड़ रुपये का पर्याप्त एलोकेशन मिला। सरकार रेलवे से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के लिए भी अलग से कुछ फंड की घोषणा कर सकती है।
आम जनता की सुविधा के लिए, रेल यात्रियों की सुविधा और अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए भारतीय रेल ने ट्रेनों के फेरे को आगे बढ़ा दिया है। इससे पैसेंजर्स को फायदा मिलेगा।
भारतीय रेल भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के अवसर पर रेलवे द्वारा छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे विभिन्न राज्यों से महाप्रभु के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ओडिशा के सभी हिस्सों में ट्रेन चलाने की तैयारी की है।
संकराइल-संतरागाछी लिंक लाइन को अंदुल स्टेशन से जोड़ने के संबंध में खड़गपुर डिवीजन के अंदुल स्टेशन पर प्री-नॉन इंटरलॉकिंग और नॉन इंटरलॉकिंग कार्यों के चलते फैसला लिया गया।
वैष्णव ने निर्देश दिया कि कवच की स्थापना को एक बार चालू होने के बाद व्यवस्थित और तेजी से लागू किया जाए। रेल मंत्रालय इस बात पर जोर देता है कि कवच का विकास रेलवे सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है।
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