उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन पहली बार अक्टूबर 2009 में किया गया था, जिसमें 118 किलोमीटर लंबा काजीगुंड-बारामुल्ला खंड शामिल है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत सरकार प्रत्येक रेल यात्री को 46 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है।
रेलवे ने प्रयोग के तौर पर इस रूट पर एक नए स्टॉपेज को शामिल किया है, जिसकी शुरुआत 10 दिसंबर 2024 से हो जाएगी। ट्रेन में आठ कोच हैं, जिसमें दो तरह की सीटें हैं: एसी चेयर कार और एग्जीक्यूटिव चेयर कार। यह सोमवार को छोड़कर, प्रतिदिन चलती है।
खाली सीट का पता लगते ही तुरंत टीटीई से मिलें और किराया देकर सीट बुक करा लें। इस सीट के लिए टीटीई आपको मैनुअल टिकट बनाकर देगा, जिसके साथ आप अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण स्टेशनों के चीफ रिजर्वेशन सुपरवाइजर (मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक) को कुछ खास परिस्थितियों में अपने नाम पर आरक्षित सीट या बर्थ वाले यात्री के नाम में बदलाव की परमिशन देने के लिए अधिकृत किया गया है।
भारतीय रेल वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के प्रोडक्शन को बढ़ाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। देश में विकसित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें लंबी दूरी और रात भर का सफर तय करेंगी। पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन नई दिल्ली से श्रीनगर रूट पर चलेगी।
भारत में रोजाना हजारों ट्रेनें चलती हैं, जिनमें करोड़ों लोग यात्रा करते हैं। लेकिन ऐसे रेल यात्रियों की संख्या लगभग न के बराबर है, जिन्हें देश की सबसे धीमी चलने वाली ट्रेन का नाम मालूम है। आज हम यहां आपको देश की सबसे धीमी ट्रेन के बारे में बताने जा रहे हैं।
विकास और सुधार कार्यों की वजह से कई ट्रेनों पर बुरा असर भी पड़ रहा है। रेलवे को इन कामों की वजह से कई ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ रहा है। इसी सिलसिले में रेलवे ने छत्तीसगढ़ से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों को 1 दिसंबर तक कैंसिल करने का ऐलान किया है।
जहां रिजर्वेशन चार्ट की आखिरी तैयारी तक किसी भी समय आरएसी या वेटिंग लिस्ट वाले टिकट धारक को कन्फर्म रिजर्वेशन दिया गया है, ऐसे टिकट को रिजर्व टिकट माना जाएगा और कैंसिलेशन शुल्क वैसे ही कटेगा जैसे कन्फर्म टिकटों के लिए कैंसिलेशन शुल्क देना होता है।
आज भारत में ऐसी कई कंपनियां हैं, जो अपने मोबाइल ऐप पर ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करने की सुविधा देती हैं। करोड़ों यात्री इन प्राइवेट कंपनियों के ऐप पर टिकट बुक करते हैं। ये कंपनियां प्रत्येक टिकट पर कई तरह के चार्ज वसूलती हैं। इन तरह-तरह के चार्ज की वजह से टिकट की कुल कीमत काफी ज्यादा हो जाती है।
पूर्वोत्तर रेलवे ने इस सेक्शन में चौरी चौरा, गौरी बाजार और बैतालपुर (18 किलोमीटर) के बीच ऑटोमैटिक सिग्नलिंग चालू होने के कारण यातायात अवरोध के चलते ट्रेन ऑपरेशन में बदलाव को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है।
कुछ ट्रेनें कई घंटों की देरी से चल रही हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत में इस वक्त कोहरे की मार देखने को मिल रही है। समय पर ट्रेनों के नहीं चलने से कई रेलयात्रियों को परेशानी हो रही है। वह शिकायत कर रहे हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस के चेयर कार में नई दिल्ली से वाराणसी तक का किराया 1805 रुपये है जबकि एग्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने के लिए आपको 3355 रुपये खर्च करने होंगे। बताते चलें कि ये टिकट का बेस प्राइस है। इसके अलावा, आपको रिजर्वेशन चार्ज, जीएसटी भी अलग से चुकाना होगा।
भारतीय रेल बिहार के अलग-अलग जगहों से राजधानी दिल्ली के लिए 31 दिसंबर तक करीब 20 स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। पूर्व मध्य रेलवे ने बिहार से दिल्ली के लिए चलाई जा रहीं सभी स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट शेयर की है।
कमलेश शुक्ला नाम के एक रेल यात्री ने अपनी टिकट को लेकर 11 नवंबर को एक पोस्ट के जरिए रेलवे से शिकायत की। दरअसल, कमलेश ने जब टिकट बुक की थी तो उन्हें RAC टिकट मिली थी लेकिन जब उन्होंने टिकट का करेंट स्टेटस चेक किया तो उनकी RAC टिकट Waiting में बदल गई।
आईआरसीटीसी के मुताबिक, चार्ट बनने तक ही काउंटर टिकट के बोर्डिंग पॉइंट में बदलाव की परमिशन होगी। अगर ट्रेन के प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर बोर्डिंग स्टेशन बदला जाता है, तो सामान्य परिस्थितियों में कोई रिफंड नहीं मिलेगा
1 अक्टूबर से 5 नवंबर की अवधि के दौरान लगभग 6.85 करोड़ यात्रियों ने भारतीय रेल में बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए निर्धारित ट्रेनों के माध्यम से यात्रा की। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों की संयुक्त जनसंख्या से दोगुनी से भी अधिक है।
भारतीय रेल ने जनरल क्लास में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए UTS (अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल ऐप शुरू किया था। इस ऐप की मदद से आप जनरल क्लास की भी टिकट बुक कर सकते हैं।
आमतौर पर लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों में ही ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा होती है। जो ट्रेनें छोटी दूरी तय करती हैं, उनमें ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा नहीं मिलती है। हालांकि, पूरे देश में सिर्फ कुछ चुनिंदा ट्रेनों में ही यात्रियों को फ्री खाना दिया जाता है, जिसके लिए अलग से पैसे नहीं लिए जाते हैं।
उत्तर रेलवे इस त्योहारों के दौरान बड़ी संख्या में ट्रेन चलाएगा क्योंकि बड़ी संख्या में यात्री देश के पूर्वी भागों में आवाजाही करते हैं। उत्तर रेलवे ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद करने के लिए विशेष ट्रेन के लगभग 3,050 फेरे संचालित करेगा।
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