पूर्वोत्तर रेलवे ने इस सेक्शन में चौरी चौरा, गौरी बाजार और बैतालपुर (18 किलोमीटर) के बीच ऑटोमैटिक सिग्नलिंग चालू होने के कारण यातायात अवरोध के चलते ट्रेन ऑपरेशन में बदलाव को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है।
कुछ ट्रेनें कई घंटों की देरी से चल रही हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत में इस वक्त कोहरे की मार देखने को मिल रही है। समय पर ट्रेनों के नहीं चलने से कई रेलयात्रियों को परेशानी हो रही है। वह शिकायत कर रहे हैं।
शेयर बाजार में बड़ी गिरावट का असर रेलवे स्टॉक्स पर भी हुआ है। कई स्टॉक्स 45 फीसदी तक टूट गए हैं। क्या आगे और गिरावट आएगी या अब निवेश का वक्त आ गया है?
वंदे भारत एक्सप्रेस के चेयर कार में नई दिल्ली से वाराणसी तक का किराया 1805 रुपये है जबकि एग्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने के लिए आपको 3355 रुपये खर्च करने होंगे। बताते चलें कि ये टिकट का बेस प्राइस है। इसके अलावा, आपको रिजर्वेशन चार्ज, जीएसटी भी अलग से चुकाना होगा।
भारतीय रेल बिहार के अलग-अलग जगहों से राजधानी दिल्ली के लिए 31 दिसंबर तक करीब 20 स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। पूर्व मध्य रेलवे ने बिहार से दिल्ली के लिए चलाई जा रहीं सभी स्पेशल ट्रेनों की लिस्ट शेयर की है।
कमलेश शुक्ला नाम के एक रेल यात्री ने अपनी टिकट को लेकर 11 नवंबर को एक पोस्ट के जरिए रेलवे से शिकायत की। दरअसल, कमलेश ने जब टिकट बुक की थी तो उन्हें RAC टिकट मिली थी लेकिन जब उन्होंने टिकट का करेंट स्टेटस चेक किया तो उनकी RAC टिकट Waiting में बदल गई।
आईआरसीटीसी के मुताबिक, चार्ट बनने तक ही काउंटर टिकट के बोर्डिंग पॉइंट में बदलाव की परमिशन होगी। अगर ट्रेन के प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर बोर्डिंग स्टेशन बदला जाता है, तो सामान्य परिस्थितियों में कोई रिफंड नहीं मिलेगा
1 अक्टूबर से 5 नवंबर की अवधि के दौरान लगभग 6.85 करोड़ यात्रियों ने भारतीय रेल में बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए निर्धारित ट्रेनों के माध्यम से यात्रा की। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों की संयुक्त जनसंख्या से दोगुनी से भी अधिक है।
भारतीय रेल ने जनरल क्लास में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए UTS (अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम) मोबाइल ऐप शुरू किया था। इस ऐप की मदद से आप जनरल क्लास की भी टिकट बुक कर सकते हैं।
आमतौर पर लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेनों में ही ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा होती है। जो ट्रेनें छोटी दूरी तय करती हैं, उनमें ऑनबोर्ड कैटरिंग की सुविधा नहीं मिलती है। हालांकि, पूरे देश में सिर्फ कुछ चुनिंदा ट्रेनों में ही यात्रियों को फ्री खाना दिया जाता है, जिसके लिए अलग से पैसे नहीं लिए जाते हैं।
उत्तर रेलवे इस त्योहारों के दौरान बड़ी संख्या में ट्रेन चलाएगा क्योंकि बड़ी संख्या में यात्री देश के पूर्वी भागों में आवाजाही करते हैं। उत्तर रेलवे ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मदद करने के लिए विशेष ट्रेन के लगभग 3,050 फेरे संचालित करेगा।
आमतौर पर किसी खास काम के लिए लंबी यात्रा करने वाले यात्री, यात्रा की तारीख से 4 महीने (120 दिन) पहले ही ट्रेन में अपनी सीट बुक कर लेते थे ताकि उन्हें कन्फर्म सीट मिल जाए और बाद की भीड़भाड़ से भी बच जाएं।
120 दिनों के एआरपी (एडवांस रिजर्वेशन पीरियड) के तहत 31 अक्टूबर, 2024 तक की गई सभी बुकिंग बरकरार रहेंगी। लेकिन 60 दिनों के एआरपी से परे की गई बुकिंग को कैंसिल करने की अनुमति होगी। ताज एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस आदि जैसी कुछ दिन के समय की एक्सप्रेस ट्रेनों के मामले में कोई बदलाव नहीं होगा।
किसी भी ट्रेन में सामान्य कोटा की टिकट यात्रा की तारीख से 4 महीने पहले बुक की जा सकती है। इसके अलावा, तत्काल कोटा की टिकट को यात्रा की तारीख से कम से कम 1 दिन पहले बुक किया जा सकता है।
रेल मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल रेलवे के कुल 11,72,240 कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस दिया जाएगा। ये एक प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) है, जो कर्मचारियों को प्रोडक्टिविटी के आधार पर दिया जाएगा।
भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने इस साल कर्मचारियों को दिए जाने वाले बोनस का ऐलान कर दिया है। रेल मंत्रालय ने इस साल अपने कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस देने की घोषणा की है। रेल मंत्रालय के इस फैसले से रेलवे के 11,72,240 कर्मचारियों को फायदा होगा।
रेलवे का कहना है कि दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा के दौरान अगर समय रहते अतिरिक्त यात्रियों की संख्या की उम्मीद की जाती है, तो और अधिक विशेष ट्रेनों की घोषणा की जाएगी।
सतीश कुमार ने कहा, ''इस पूंजीगत व्यय की वजह से रेलवे की प्रॉपर्टी में भी काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसके लिए भरोसेमंद और सुरक्षित रेल ऑपरेशन के लिए पर्याप्त कर्मचारियों की जरूरत है।''
रेलमंत्री ने कहा कि कैमरा लगाने के लिए टेंडर तीन महीने के भीतर जारी किया जाएगा, जिसमें सभी ट्रेनें शामिल होंगी। फुटेज को इकट्ठा करने और समीक्षा करने के लिए एक केंद्रीय डेटा सेंटर स्थापित किया जाएगा।
सेंट्रल रेलवे ने त्योहारों को ध्यान में रखते हुए स्पेशल ट्रेनों की सेवाएं सुनिश्चत की हैं। इसमें हर तरह के कोच लगाए गए हैं, ताकि पैसेंजर्स को सुविधा हो सके। यात्रियों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने में इससे बड़ी मदद मिलेगी।
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