अमेरिका के श्रम मंत्री एलेक्जेंडर एकोस्टा ने H-1B वीजा धारक विदेशी पेशेवरों का न्यूनतम वेतन बढ़ाकर 60,000 डॉलर से कम से कम 80,000 डॉलर करने की वकालत की है।
नैसकॉम ने अपने सदस्यों टीसीएस और इंफोसिस का बचाव किया है। संगठन ने कहा कि दोनों की 2014-15 में मंजूर एच-1बी वीजा में हिस्सेदारी केवल 8.8 प्रतिशत थी।
अमेरिका को 2018 के वित्त वर्ष के लिए H-1B वीजा हेतु 3,70,000 कम अर्जियां मिली हैं। यूएससीआईएस ने बताया कि उसे सिर्फ 1,99,000 H-1B अर्जियां मिलीं हैं।
आईटी उद्योग के शीर्ष संगठन नैसकॉम ने कहा कि एच-1बी वीजा पर अमेरिका के नए निर्देशों का भारतीय आईटी कंपनियों पर मामूली असर होगा।
अमेरिकी कंपनियों को एच1-बी प्रोग्राम का दुरुपयोग कर विदेशों से जॉब आउटसोर्स करने से रोकने वाला बिल निचले सदन प्रतिनिधि सभा में दोबारा पेश किया गया है।
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