याचिका में न्यायालय से अनुरोध किया गया है कि केन्द्र और अन्य को उन सहमति पत्रों को निरस्त करने का निर्देश दिया जाये जिन पर चीन की कंपनियों के साथ हस्ताक्षर किये गये हैं।
फिच रेटिंग्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत के वृद्धि के अनुमान को घटा कर 8 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने पिछले माह इसके 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
अगर आप भी चीनी एप को अपने फोन से हटना चाहते है तो आपको उस एप को 10 सेकेंड तक प्रेस करना होगा जिसके बाद आपको अनइंसटाल का ऑपशन दिखाई देगा जिसपर क्लिक कर के आप अपने फोन से हटा सकते है।
भारत-चीन सीमा झड़पों और इसके बाद दोनों पक्षों में चल रही तनातनी के मद्देनजर भारतीय व्यापार और उद्योग की सबसे बुरी आशंकाएं सच होती दिख रही हैं।
इलेक्ट्रॉनिक, दूरसंचार, कपड़ा, वस्त्र, चमड़ा और जूते, खाद्य उत्पाद और कृषि, वाहन, इस्पात तथा दवा क्षेत्रों में भारतीय निर्यातकों के लिए यूरोपीय बाजारों में काफी संभावनाएं हैं।
साल के उत्तरार्ध में अगर कोई उचित तरीका नहीं उठाया गया, तो सोशल दूरी को बनाए रखने का समय और लंबा होगा। यह आर्थिक विकास के अनुमान को कम करने के पीछे का कारण है।
आईआरएसडीसी को ग्वालियर, नागपुर, अमृतसर और साबरमती रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 32 सफल आवेदन मिले हैं।
सप्लाई में बाधा पड़ने से महंगाई दर पर असर संभव
अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की पूरी उम्मीद
भारतीय नागरिकों तथा कंपनियों (भारत में स्थित शाखाओं के जरिये जमा सहित) का स्विस बैंकों में जमा धन 2019 में 5.8 प्रतिशत घटकर 89.9 करोड़ स्विस फ्रैंक (6,625 करोड़ रुपए) रह गया।
43 करोड़ रुपये के निवेश से ओडिशा के पारादीप में स्थापित किया गया केंद्र
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार (25 जून) को कहा कि वह प्रस्तावित व्यापार समझौते पर अमेरिका के व्यापार मंत्री रॉबर्ट लाइटहाइजर के साथ अगले कुछ दिनों में बातचीत करने वाले हैं।
लगातार दूसरे साल स्विस बैंक में भारतीयों का धन घटा
रेलवे बोर्ड ने आज गुरुवार (25 जून) को बताया कि सभी नियमित मेल, एक्सप्रेस, यात्री एवं उपनगरीय ट्रेन सेवाएं 12 अगस्त तक स्थगित रहेंगी तथा 230 स्पेशल ट्रेनें, आवश्यक सेवाओं के लिए ट्रेनें जारी रहेंगी।
2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 6 फीसदी की बढ़त का भी अनुमान
आईएमएफ द्वारा बुधवार को जारी अनुमानों के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस साल 4.9 प्रतिशत की कमी होगी, जबकि अप्रैल में अपनी पिछली रिपोर्ट में उसने तीन प्रतिशत कमी का अनुमान जताया था।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी ही, प्रत्येक तिमाही के दौरान भी अर्थव्यवस्था नीचे आएगी।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के साख विश्लेषक नील गोपालकृष्णन ने कहा कि ज्यादातर रेटिंग्स के मामले में हमारा मानना है कि कंपनियों की आय अगले 12 से 18 माह में सुधर जाएगी।
पीपीपी के हिसाब से ग्लोबल जीडीपी में भारत की हिस्सेदारी 6.7 प्रतिशत रही
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