कच्चे तेल से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों तक का आयात, विदेशी शिक्षा और विदेश यात्रा महंगी होने के साथ ही महंगाई की स्थिति और खराब होने की आशंका है।
पश्चिमी कंपनियों ने रूसी बाजार (Russia Market) से अपनी वापसी की घोषणा कर दी है। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russian Ukraine War) के चलते कुछ कंपनियों ने अपने संचालन बंद कर दिए थे, वहीं कुछ अभी भी अपने काम को संचालित कर रही है।
India के पास पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार, लोन का दबाव बर्दाश्त करने में सक्षमः एसएंडपी India has enough forex reserves able to bear credit pressure S&P
EAM jaisahnkar ने इस व्यापक क्षेत्र में हितधारकों के साथ अधिक जुड़ाव, संपर्क और बैठकें करने और Latin America को India के लिए प्रमुख व्यापारिक केंद्र बनाने के महत्व को रेखांकित किया।
दुनिया भर में कम से कम आधी कंपनियां (Companies) आर्थिक मंदी के बीच कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही हैं। हाल ही में जारी हुए एक रिपोर्ट से पता चला है
एक बार फिर भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Reserves) में कमी देखी जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, यह 2.7 अरब डॉलर घटकर 506.994 अरब डॉलर रह गया है।
चीन (China) में घरेलू और और वैश्विक कारणों से आर्थिक वृद्धि में नरमी देखी जा रही है, जो भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर (Manufacturing Sector)के लिये एक शानदार मौका है।
चंडीगढ़ स्टेशन पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) के नए वर्जन का ट्रायल शुरु कर दिया गया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई में इसे तैयार किया गया है।
India by 2047: योजना आयोग (Yojana Aayog) के उपाध्यक्ष रह चुके मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बुधवार को कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनने के लिये सालाना आठ प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर की जरूरत होगी।
IRCTC News: रेलवे 5 से 12 साल तक के बच्चों को यही दो विकल्प देता था, जिसमें अंतर यही था कि सीट न लेने की स्थिति में बच्चे का हाफ टिकट ही लगता था।
Explained: भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने 3 अगस्त 2022 को राज्यसभा में बताया था कि सरकार अगले तीन वर्षों में 26 नए ग्रीन एक्सप्रेसवे (Green Expressway) बनाने जा रही है। भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर (Roadways Infrastructure) 2024 तक अमेरिका (America) जैसा हो जाएगा।
Independent Day Special: 15 अगस्त 1947 को जब हिंदुस्तान आजाद हुआ तो दुनिया को जीरो देने वाला भारत ज़ीरो पर ही खड़ा था, लेकिन आज 75 वर्षों के बाद जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है तब वह दुनिया के सबसे ताकतवर देशों की श्रेणी में खड़ा है।
भारत की बात करें तो एक मजबूत इकोनॉमी होने के बावजूद कुछ संकट खलनायक के रूप में हम पर असर डाल रहे हैं। एक ओर महंगा कच्चा तेल सरकारी खजाने में सेंध लगा रहा है तो रुपये की गिरावट सरकार के पसीने छुड़ा रही है।
Nepal China Relation: चीन (China) इस साल नेपाल (Nepal) को 15 अरब रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। इसे नेपाल में चल रहे अलग-अलग परियोजनाओं में निवेश के लिए दिया जा रहा है।
Basmati Rice: विदेशों में भारत के बासमती चावल की डिमांड काफी बढ़ गई है। इस बारे में वाणिज्य मंत्रालय ने एक डेटा जारी करते हुए सूचना दी है।
Indian Foreign Reserve: भारत का विदेश मुद्रा भंडार एक बार फिर बढ़ गया है। इसके पीछे की वजह विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजार में पैसा इंवेस्ट करना है।
Coins of the Indian rupee: 1, 2, 5 10, और 20 रुपए के सिक्कों से हमारा वास्ता रोज पड़ता है। लेकिन, इन सिक्कों पर लिखी हर बात और उन पर बना हर एक चिन्ह का एक मतलब होता है, जिससे ज्यादातर लोग अंजान होते हैं।
Pakistan में बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने रविवार को पेट्रोल की कीमत में 3.05 रुपये प्रति लीटर की कमी करने की घोषणा की थी।
RBI Policy: बैंक ने रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की इस सप्ताह होने वाली बैठक से पहले ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है।
Global Economic Recession: चीन (China) मे सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से चीन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। जुन तिमाही में खुदरा महंगाई भी बढ़ी है। अर्थव्यस्था में महज 0.4 फीसदी की वृद्धी हुई है
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