कंपनियों के अनुसार भारत के सेवा क्षेत्र की कंपनियां विपणन के प्रयासों तथा अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों से 2020 में भी कारोबार तेज रहेगा।
निक्की इंडिया सर्विसेज परचेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सितंबर में 52 रहा जो अगस्त में 54.7 पर था। PMI में कमी ग्रोथ की धीमी रफ्तार को प्रदर्शित करता है।
ऑर्डर में कमी के कारण सर्विस सेक्टर की ग्रोथ रेट में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई। जून में सर्विस सेक्टर की ग्रोथ सात महीने के निचले स्तर पर आ गई।
देश के सर्विस सेक्टर में नए ऑर्डर में धीमी ग्रोथ और मैन्युफैक्चरर्स के ऑर्डर बुक स्थिर रहने के कारण अप्रैल में प्राइवेट सेक्टर की गतिविधि घटी है।
निक्केई इंडिया मिक्स्ड पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मार्च में 54.3 पर पहुंच गया, फरवरी में 51.2 पर था। निक्केई इंडिया के मुताबिक नए ऑर्डर मिलने से बढ़ोतरी हुई है।
फरवरी के दौरान सर्विस सेक्टर की गतिविधि नए आर्डर में कमी के कारण तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर रही। उम्मीद है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दर में कटौती करेगा।
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