रिपोर्ट के अनुसार, ड्यूश बैंक, आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस, अपग्रेड, फिलिप्स, थेल्स और मीशो जैसी कई कंपनियां इंक्रीमेंट में फिजिकल फिटनेस की समीक्षाओं को शामिल कर रही है।
वैश्विक स्वास्थ्य संकट से दुनिया के सभी देशों को प्रभावित किया है लेकिन प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व में भारत का 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य यथावत बना हुआ है।
बैंकों को सलाह दी गई है कि वह प्रतिकूल परिस्थितियों में दबाव सहने की क्षमता का परीक्षण करें और चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए पूंजी जुटाएं।
भारत-चीन सीमा झड़पों और इसके बाद दोनों पक्षों में चल रही तनातनी के मद्देनजर भारतीय व्यापार और उद्योग की सबसे बुरी आशंकाएं सच होती दिख रही हैं।
नकद में सहायता का संकल्प जताने वाली 84 कंपनियों में से 36 महाराष्ट्र से हैं। उनका योगदान 4,728 करोड़ रुपए रहा, जो 63 प्रतिशत है।
एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारतीय उद्योग जगत 2020 के मौजूदा समीक्षा सत्र में कर्मचारियों के लिये दहाई अंक में वेतन वृद्धि कर सकता है।
भारतीय कंपनियों द्वारा विदेशी बाजारों से रिण के तौर पर जुटायी गई रकम अक्टूबर 2019 में दोगुनी होकर 3.41 अरब डॉलर पर पहुंच गई।
महिंद्रा ने ट्वीट कर कहा कि वह पीठ के पांचों न्यायाधीशों के अभूतपूर्व साहस को सराहते हैं।
एपिक रिसर्च के सीईओ मुस्तफा नदीम ने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स में कटौती बाजार के लिए बहुत अच्छा कदम है।
पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर भारतीय उद्योग जगत ने शनिवार को गहरा दु:ख जताया। देश के शीर्ष उद्यमियों ने जेटली को अपनी श्रद्धांजलि में उन्हें एक महान राजनेता और सच्चा सुधारवादी बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। दोनों के बीच यह समीक्षा बैठक ऐसे समय हुई है जबकि सरकार को अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से फैल रही नरमी का सामना करना पड़ रहा है। इससे निवेशकों की सम्पत्ति का क्षरण हो रहा है और बेरोजगारी का संकट बढ़ रहा है।
उद्योग जगत ने शुक्रवार को कहा कि जीएसटी परिषद के लिये अप्रत्यक्ष कर का दायरा बढ़ाने और सभी क्षेत्रों को इसके अंतर्गत लाने तथा कर स्लैब को युक्तिसंगत बनाने का सही समय है।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक माह के दौरान जुटाई गई कुल रकम में 2.27 अरब डॉलर बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये जुटाया गया।
देश के कॉरपोरेट जगत ने मार्च में डेढ़ अरब डॉलर के विलय एवं अधिग्रहण सौदे करने की घोषणा की है। इस प्रकार 2018 की पहली तिमाही में ऐसे सौदों का कुल मूल्य 18.53 अरब डॉलर हो गया है।
भारतीय कंपनियों का विदेशों में निवेश अक्टूबर माह में सालाना आधार पर 58 प्रतिशत घटकर 1.35 अरब डॉलर रह गया। आरबीआई के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
भारतीय कंपनियों ने मई महीने में विदेशी बाजारों से 1.05 अरब डॉलर (करीब 6820 करोड़ रुपए) का कर्ज जुटाया है। इसमें रुपए वाले बांडों से जुटाई राशि भी शामिल है।
राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि GST लागू होने से पहले अगर कीमतें बढ़ी तो बाद में संबद्ध प्राधिकरण द्वारा बही खाते की जांच हो सकती है।
दिल्ली सरकार ने शनिवार को राज्य में अकुशल, अर्ध-कुशल और कुशल कर्मियों के न्यूनतम वेतन में करीब 37 फीसदी बढ़ोतरी करने को मंजूरी दे दी है।
प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है। 2017 में वेतन वृद्धि पिछले साल की तुलना में 1 प्रतिशत कम रहने का अनुमान है।
जनवरी माह में भारतीय कंपनियों का विदेशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 57.3% घटकर 1.82 अरब डॉलर रह गया। RBI के आंकड़ों में यह बात सामने आई है
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