IMPS के जरिए ट्रांसफर किया गया पैसा सामने वाले व्यक्ति के बैंक खाते में तुरंत पहुंच जाता है। IMPS के जरिए चौबीसों घंटे, किसी भी जगह से किसी भी भारतीय बैंक खाते में इंस्टैंट मनी ट्रांसफर कर सकते हैं।
IMPS यूजर्स को समय और स्थान की परवाह किए बिना, बैंकों के बीच तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की परमिशन देता है। हां, इसके लिए आपको मामूली चार्ज देने होते हैं।
क्या आप जानते हैं कि UPI के अलावा, पैसे भेजने के तीन और भी सुरक्षित तरीके होत हैं। इन्हें IMPS, NEFT और RTGS कहा जाता है। आइए आज आपको इन तीनों के बारे में बताते हैं।
दास ने कहा कि पर्याप्त तरलता को लेकर कोई भी चिंता नहीं है। आरबीआई वृद्धि का समर्थन करने के लिए पर्याप्त तरलता को बनाए रखना सुनिश्चित करेगा।
अगस्त का महीना आपके लिए खुशियां लेकर आ रहा है। जहां वाहन और प्रॉपर्टी खरीदना आपके लिए सस्ता हो जाएगा वहीं पैसे के लेन-देन से जुड़ी इस सर्विस में आपको अब कोई चार्ज नहीं देना होगा।
आरटीजीएस सिस्टम बड़ी राशि वाले फंड ट्रांसफर के लिए है, जबकि एनईएफटी सिस्टम का उपयोग 2 लाख रुपए तक की राशि के ट्रांसफर के लिए किया जाता है।
SBI ने छोटी ट्रांजैक्शन पर लगने वाले IMPS चार्ज को खत्म कर दिया है। ग्राहकों को 1,000 रुपए तक की ट्रांजैक्शन पर किसी तरह का IMPS चार्ज नहीं चुकाना पड़ेगा।
लेटेस्ट न्यूज़