गुणवत्ता सुनिश्चित करने से घरेलू वस्तुओं के लिए वैश्विक बाजार भी उपलब्ध हो सकेगा। अनिवार्य मानक घरेलू और विदेशी कंपनियों दोनों के लिए होंगे।
रुपए में आई कमजोरी से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है। देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है, यानि पेट्रोल और डीजल के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है।
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