पिछले साल जनवरी में भारत ने कच्चे तेल के आयात पर 7.7 अरब डॉलर खर्च किए थे। फरवरी में कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गईं।
स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के ताजा आंकड़े बताते हैं कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान पाकिस्तान से नौ क्षेत्रीय देशों को होने वाले निर्यात में 31.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि आयात में 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल-अक्टूबर 2021 में भारत का मर्चेंडाइज आयात 331.29 अरब डॉलर रहा, जो अप्रैल-अक्टूबर 2020 के 185.38 अरब डॉलर के मुकाबले 78.71 प्रतिशत ज्यादा है।
आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर, 2021 में व्यापार घाटा 19.9 अरब डॉलर और अप्रैल-अक्टूबर, 2021 के दौरान 98.71 अरब डॉलर रहा।
तमिलनाडु में मई, 2018 में स्टरलाइट कॉपर का तांबा संयंत्र बंद होने से पहले भारत तांबे का शुद्ध निर्यातक था। फिलहाल संयंत्र का मामला अदालत में लंबित है।
अगस्त में 1.52 करोड़ टन के कुल आयात में नॉन कोकिंग कोयले का हिस्सा 90.8 लाख टन रहा, जो कि पिछले साल अगस्त में 1.03 करोड़ टन था।
2021-22 में तांबे का आयात 2,95,000 से 3,04,000 टन के बीच रहने का अनुमान है, बीते वित्त वर्ष में भारत ने 2,33,671 टन तांबे का आयात किया था।
दाल आयात को लेकर मलावी और मोजाम्बिक के साथ भारत ने समझौते किये हैं। भारत दाल का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता देश है।
चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त, 2021 में कुल निर्यात 67.33 प्रतिशत बढ़कर 164.10 अरब डॉलर पर पहुंच गया
जून में कुल कोयला आयात में नॉन-कोकिंग कोल का हिस्सा 1.30 करोड़ टन रहा। वहीं इस दौरान कोकिंग कोयले का आयात 24.6 लाख टन से बढ़कर 40.6 लाख टन पर पहुंच गया
खाद्य तेल- तेल पॉम के राष्ट्रीय मिशन के तहत पॉम तेल की खेती करने वालों के लिये जरूरी सामान के वास्ते सहायता को दुगुना कर 29 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर किया है
भारत मुख्यता इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम तेल का आयात करता है और सोयाबीन तेल सहित क्रूड सॉफ्ट ऑइयल की एक छोटी से मात्रा का आयात अर्जेंटीना से किया जाता है।
देश का निर्यात जुलाई में 47.19 प्रतिशत बढ़कर 35.17 अरब डॉलर पर पहुंच गया। पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की वजह से कुल निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
इस साल मसूर दाल की खुदरा कीमत में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। अभी मसूर दाल 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रही है, जबकि 1 अप्रैल को इसका खुदरा दाम 70 रुपये प्रति किलो था।
बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कोकिंग कोयले के क्षेत्र में भारत और रूस के बीच करार को मंजूरी दी गई। भारत अपनी जरूरत का अधिकांश हिस्सा विदेशों से आयात करता है।
जून में आयात भी 98.31 प्रतिशत बढ़कर 41.87 अरब डॉलर हो गया। इसके साथ व्यापार घाटा 9.37 अरब डॉलर रहा। अप्रैल-जून 2021 के दौरान, निर्यात 85.88 प्रतिशत बढ़ा।
चालू वित्त वर्ष के पहले दो माह में देश का कोयला आयात 25.4 प्रतिशत बढ़कर 4.21 करोड़ टन पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 3.36 करोड़ टन था।
कच्चे पाम तेल पर मूल सीमा शुल्क को घटाकर 10 प्रतिशत और अन्य पाम तेल पर 37.5 प्रतिशत कर दिया है। यह कटौती 30 सितंबर 2021 तक लागू रहेगी।
फियो के मुताबिक ब्रिटेन, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से देश के निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
कॉमर्स मिनिस्ट्री के द्वारा जारी आदेश के मुताबिक ताजे या फ्रीज किये गये आलू को भूटान से बिना किसी लाइसेंस के 30 जून 2022 तक आयात किया जा सकता है।
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