कमजोर वैश्विक रुख और स्थानीय आभूषण कारोबारियों की सुस्त मांग से सोमवार को सर्राफा बाजार में सोने का भाव 35 रुपए गिरकर 31,800 रुपए प्रति दस ग्राम रह गया।
डॉलर के मुकाबले रुपये का यह स्तर करीब 3 महीने में सबसे निचला स्तर है। रुपए में आई इस गिरावट की वजह से देश को फायदा होने के साथ नुकसान भी है
अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी जैसे संरचनात्मक सुधारों तथा जीएसटी को पेश करने के कुछ प्रभाव रहे हैं, लेकिन दीर्घावधि में इनसे अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।
गत वर्ष नवंबर में 500 और 1,000 रुपए के पुराने नोट बंद किए जाने का खर्च पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ा, जिसकी वजह से जनवरी-मार्च तिमाही की वृद्धि धीमी पड़ी।
नीति आयोग का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था नोटबंदी के प्रभाव से उबर चुकी है और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसमें सुधार दिखाई देगा।
मानसून के सीजन में अच्छी बारिश होती है तो देश में अच्छी फसल होगी। लिहाजा महंगाई घटेगी कर्ज सस्ता होगा। ऐसे में आम कम पैसे खर्च कर ज्यादा सामान खरीद पाएंगे
श्रीनगर में GST काउंसिल की दो दिवसीय शुरू हो गई है। बैठक में नमक से लेकर आलीशान कार खरीदने और फोन कॉल से लेकर रेस्तरां में खाना खाने पर टैक्स दरें तय होंगी।
IMF ने कहा है कि भारत में नोटबंदी का असर समाप्त होने के संकेत दिखाई पड़ने लगे हैं और अप्रचलित नोटों की जगह पर नई मुद्रा तेजी से प्रचलन में लाई जानी चाहिए।
गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वस्तु एवं सेवाकर (GST) व्यवस्था लागू करने से जुड़े चार विधेयकों को मंजूरी दे दी।
GST का उद्देश्य पूरे देश में वस्तुओं और सेवाओं की दर को एक समान रखना है। जानिए, GST से क्या सस्ता और क्या महंगा होगा।
वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के लागू होने से पहले व्यापारियों और अन्य हितधारकों को इसे समझने में मदद करने के लिए एक वेब पोर्टल शुरू किया गया है।
एक ओर जहां सरकार नोटबंदी के बाद नकदी की स्थिति सामान्य होने के दावे कर रही है, वहीं नोमूरा का कहना है कि मार्च से पहले स्थिति सुधरने की उम्मीद नहीं।
भारतीय यात्री वाहन बाजार में अपनी स्थिति फिर मजबूत करने में लगी टाटा मोटर्स जल्दी ही काम्पैक्ट सेडान कार टिगोर पेश करने की तैयारी में लगी है।
SBI रिसर्च ने चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रहने की बात कही है। सीएसओ ने जीडीपी ग्रोथ का अग्रिम अनुमान 7.1 प्रतिशत जताया है
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या के मुताबिक नोटबंदी के कदम से देश में आर्थिक गतिविधियां व वृद्धि दर प्रभावित होगी, क्योंकि प्रणाली में नकदी की कमी है।
सोशल मीडिया के असीमित इस्तेमाल से वर्कप्लेस पर कर्मचारियों की उत्पादकता पर नकारात्मक असर पड़ रहा है, क्योंकि वह हर दिन 32% समय इस पर खर्च करते हैं।
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