जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार देखा गया और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 की तिमाही के आखिर में सकल अग्रिमों के 3. 68 प्रतिशत तक बढ़ गईं, जबकि एक साल पहले यह 4. 90 प्रतिशत थी।
पिछले वित्त वर्ष के लिए IDBI Bank का शुद्ध लाभ 55 प्रतिशत बढ़कर 5,634 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया है।
कई बैंकों के स्पेशल एफडी में निवेश का सुनहरा मौका है। आप इन एफडी में निवेश कर ज्यादा ब्याज पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन बैंक स्पेशल एफडी में निवेश का मौका दे रहे हैं।
पिछले तीन साल में केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, बैंकों और बीमा कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 500 प्रतिशत बढ़कर 15 लाख करोड़ रुपये से 58 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इन कंपनियों में भारत सरकार की इक्विटी हिस्सेदारी चार गुना होकर 38 लाख करोड़ रुपये हो गई है।
सरकार एलआईसी के साथ आईडीबीआई बैंक में करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। अक्टूबर 2022 में खरीदारों से बोलियां आमंत्रित की गई थीं। ईओआई के जरिए रुचि दिखाने वाले बोलीदाताओं को गृह मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी और ‘उपयुक्त एवं उचित’ मानदंडों को पूरा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मंजूरी हासिल करनी होगी।
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने पिछले दिनों कहा था कि आईडीबीआई बैंक में हिस्सेदारी बिक्री को मार्च, 2024 तक पूरा हो पाने की संभावना कम है।
IDBI बैंक की ओर से स्पेशल एफडी में निवेश करने की डेडलाइन को बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2023 कर दिया गया है। इसके साथ ही एफडी ब्याज दरों में मामूली बदलाव किया गया है।
सरकार को आईडीबीआई बैंक में उसकी तथा एलआईसी की करीब 61 प्रतिशत हिस्सेदारी की रणनीतिक बिक्री के लिए जनवरी में शुरुआती दौर की कई बोलियां मिली थीं।
सरकार के साथ एलआईसी भी आईडीबीआई बैंक में अपनी कुल 60.72 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री करने की तैयारी में है।
यस बैंक में आप रेपो रेट में हालिया बढ़ोतरी के बाद, 18 महीने और उससे अधिक की अवधि वाली एफडी पर 7.85% की ब्याज दर प्राप्त कर सकते हैं।
IDBI Bank: केंद्र सरकार एक बार फिर एक और सरकारी संपत्ति को बेचने की तैयारी कर रही है। सरकार के पास से सौदे के बाद मालिकाना हक भी चला जाएगा।
सरकार इस बैंक में अपनी 30.48 प्रतिशत और एलआईसी 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। दोनों की हिस्सेदारी मिलाकर आईडीबीआई बैंक की इक्विटी शेयर पूंजी का 60.72 प्रतिशत है।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने शुक्रवार को बोलियां आमंत्रित करते हुए कहा कि इस प्रक्रिया में सरकार की 30.48 प्रतिशत और एलआईसी की 30.24 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा जाएगा।
वर्तमान में, बैंक में सरकार की 45.48 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास 49.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
ग्रेट इंडियन नौटंकी कंपनी की स्थापना सितंबर 2007 में दिल्ली में की गई थी। कंपनी के शो में किंगडम ऑफ ड्रीम्स, नौटंकी महल और कल्चर गली आदि शामिल हैं।
बैंक ने 91 दिन से छह महीने के बीच पूरी होने वाली खुदरा सावधि जमा पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर चार प्रतिशत कर दिया है।
अतिरिक्त 82,75,90,885 शेयरों के अधिग्रहण के साथ 21 जनवरी, 2019 से आईडीबीआई बैंक जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की अनुषंगी कंपनी बन गया था।
आज आईडीबीआई बैंक के अलावा फाइजर और नेस्ले इंडिया के नतीजे भी आए हैं,, तीनों कंपनियों ने अपने मुनाफे में बढ़त दर्ज की
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने आईडीबीआई बैंक का निजीकरण करने से जुड़े सरकार के फैसले का विरोध करते हुए इसे एक प्रतिगामी कदम बताया।
आईडीबीआई बैंक ने शनिवार को कहा कि उसने अपने नामित एक्सचेंज एनएसई के पास वसूली व्यय कोष (आरईएफ) में 25 लाख रुपये जमा किये हैं।
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