बैंकों ने वित्त वर्ष 2024 में बॉन्ड जारी करने के माध्यम से 1 लाख करोड़ रुपये जुटाए थे, जबकि पिछला सर्वकालिक उच्च स्तर वित्त वर्ष 23 में 1.1 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा था।
इक्रा ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अपने वृद्धि अऩुमान को छह प्रतिशत पर बरकरार रखा है। यह आरबीआई के 6.5 प्रतिशत के अनुमान से कम है।
रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार क्विक सर्विस रेस्तरां उद्योग के चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 20-25 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है।
इक्रा ने कहा कि इसके अलावा घरेलू एयरलाइंस ने अक्टूबर 2020 के 49,150 उड़ानों की तुलना में इस साल अक्टूबर में 72,000 के साथ 46 प्रतिशत अधिक उड़ानें संचालित कीं।
मार्च 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में यह ग्रॉस एनपीए 7.6 प्रतिशत था। वहीं एक साल पहले मार्च 2020 को समाप्त हुए वित्त वर्ष में ग्रॉस एनपीए 8.6 प्रतिशत पर था।
इससे पहले रिजर्व बैंक ने अनुमान दिया था कि इस वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था 9.5 प्रतिशत की बढ़त दर्ज कर सकती है।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने कहा है कि भारत में टेलिकॉम कंपनियां मोबाइल टावर कारोबार में हिस्सेदारी बेच कर 90,000 करोड़ रुपए तक का कर्ज चुका सकती हैं।
BS-III मानक वाले वाहनों पर प्रतिबंध के बाद 3 दिन तक ग्राहकों को दी गई छूट के कारण दुपहिया वाहन उद्योग को Rs 600 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है।
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