ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स को उपभोक्ता प्राथमिकताओं में बदलाव को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि त्योहारी मौसम का सालाना बिक्री में लगभग 30-40 प्रतिशत योगदान होता है और यह भारतीय वाहन उद्योग के लिए खासतौर से महत्वपूर्ण है।
पारंपरिक कारों के मुकाबले, हाइब्रिड कारें बेहतर पावर जेनरेट करती हैं और फ्यूल की बचत करती हैं क्योंकि वे हाई फ्यूल एफिसिएंसी और कम उत्सर्जन के फायदों को जोड़ती हैं।
होंडा कार्स इंडिया ने कहा कि मजबूत हाइब्रिड वाहनों पर 100 प्रतिशत रोड टैक्स माफ करना उत्तर प्रदेश सरकार का एक मील का पत्थर है, जो इन पर्यावरण के अनुकूल वाहनों को अपनाने को प्रोत्साहित करेगा।
भारत पेट्रोल-डीजल के आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है। इसको कम करने के लिए मंत्री ने कहा कि हाइब्रिड वाहनों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन पर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है, जो इसपर विचार कर रहा है।
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान हाइब्रिड योजनाओं से शुद्ध निकासी हुई थी। हाइब्रिड म्यूचुअल फंड योजनाएं आमतौर पर इक्विटी और ऋण प्रतिभूतियों में और कभी-कभी सोने जैसी अन्य परिसंपत्तियों में निवेश करती हैं।
हाइब्रिड फंड इक्विटी और डेट दोनों को बेहद आकर्षक बनाता है। इसलिए, इक्विटी और डेट का संयोजन निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
मारुति कंपनी की दो कारें जल्दी ही भारतीय बाजार में लॉन्च हो सकती है। सुजुकी और टोयोटा कंपनी दोनों मिलकर कार की तकनीक को साझा करती है। ऐसे में मारुति स्विफ्ट और डिजायर हाइब्रिड वर्जन 40 किलोमीटर माइलेज के साथ साल में 2024 में देखने को मिलेंगे।
स्कूटर खरीदने से पहले लोग पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रिक को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। उन लोगों को अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। पेट्रोल और इलेक्ट्रिक बैटरी दोनों पर चलने वाली हाइब्रिड स्कूटर मार्केट में मौजूद है। यहां जानिए इसकी कीमत और फीचर्स के अलावा माइलेज के बारे में।
एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड को लेकर कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। क्या आप भी इन दोनों में से किसी एक में निवेश करने के लिए सोच रहे हैं? इससे पहले इन दोनों के बारे में जानकारी जरूर ले लें। इसके बाद यह तय करें कि एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड में से कौन ज्यादा बेहतर है।
म्यूचल फंड में पैसे निवेश कर लोग इससे कमाई करते हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग जोखिम से बचने के लिए स्मार्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शंस की तलाश में रहते हैं। उन लोगों के लिए अग्रेसिव हायब्रिड फंड एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। अगर आप भी निवेश कर कमाई का अच्छा मौका पाना चाहते हैं तो इसके लिए अग्रेसिव हायब्रिड फंड को समझना जरू
Hybrid Car: हाइब्रिड कार वो कार है जो फ्यूल से चलने के साथ साथ बैटरी से भी चलते हैं। हाइब्रिड कार के कई प्रकार के होते हैं जिसमें माइल्ड, स्टांग, प्लग-इन हाइब्रिड और रेंज एक्सटेंडर हाइब्रिड शामिल है। आइए जानते हैं इन प्रकार के बारे में विस्तार से।
ई10 श्रेणी वाले फ्लेक्स ईंधन में पेट्रोल के साथ 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है जबकि ई20 श्रेणी वाले फ्लेक्स ईंधन में 20 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण होता है।
टोयोटा ब्राजील ने एफएफवी-एसएचईवी प्रौद्योगिकी की पेशकश की है। इसमें एक फ्लेक्स-ईंधन इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन है। इसमें अधिक एथनॉल मिश्रण वाले ईंधन का उपयोग किया जा सकता है और इसकी ईंधन दक्षता भी अधिक होती है।
हाइब्रिड कार पेट्रोल-डीजल से चलती है इसलिए इस कार से कार्बन निकलता है जो पर्यावरण के लिए बिलकुल भी सही नहीं है। वहीं इलेक्ट्रिक मोटर के कारण इलेक्ट्रिक कार से बहुत कम मात्रा में कार्बन निकलता है।
Electric and Hybrid Car: मार्केट में सभी बड़ी कंपनियां अपनी नई कार (New Car) लॉन्च कर रही है। कुछ नए हाइब्रिड मॉडल (Hybrid Model) के साथ आ रही तो कई इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) पर फोकस कर रही है।
Electric and Hybrid car: मार्केट में सभी बड़ी कंपनियां अपनी नई कार लॉन्च कर रही है। कुछ नए हाइब्रिड मॉडल के साथ आ रही तो कई इलेक्ट्रिक कार फोकस कर रही है। ऐसे में कौन कितना सस्ता-महंगा पड़ेगा? आइए समझते हैं।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने विद्युत-वाहनों के साथ ही हाइब्रिड और सीएनजी कारों के लिये भी कर में छूट देने की मांग की है। कंपनी का कहना है कि इससे देश में आवागमन की कम प्रदूषणकारी प्रणालियों को बढ़ावा मिलेगा।
होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (एचसीआईएल) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि भारत में, हम ई-वाहन को लेकर केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का अनुसरण करेंगे।
जापान की कार कंपनी टोयोटा की लक्जरी वाहन इकाई लेक्सस ने सोमवार को अपनी हाइब्रिड कार ईएस 300 एच का नया वर्जन भारतीय बाजार में पेश किया है।
दक्षिण कोरिया की प्रमुख वाहन कंपनी किया मोटर्स भारतीय बाजार में बड़े भरोसे के साथ आंध्र प्रदेश में 1.1 अरब डॉलर के निवेश से एक कारखाना लगा रही है। इसमें बिजली और हाइब्रिड वाहनों का विनिर्माण किया जाएगा तथा से अगले दो साल में यहां 3000 लोगों को सीधे रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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