हुरुन की नई सूची में दीप कालरा और राजेश मागो द्वारा स्थापित मेकमाईट्रिप 99,300 करोड़ रुपये के मूल्यांकन के साथ चौथे स्थान पर है जबकि यशीश दहिया एवं आलोक बंसल द्वारा स्थापित पॉलिसी बाजार छठे स्थान पर है।
हुरुन इंडिया ने इस लिस्ट को जारी करते हुए कहा, "2024 हुरुन इंडिया अंडर 35 में 35 साल से कम आयु के 150 उत्कृष्ट उद्यमियों को शामिल किया गया है, जिनमें फर्स्ट जनरेशन के लिए कम स कम 50 मिलियन डॉलर और नेक्स्ट जनरेशन के लिए 100 मिलियन डॉलर के बिजनेस वैल्यूएशन वाले ऑन्त्रेप्रेन्यॉर्स को मान्यता दी गई है।"
इस नए बदलाव के बीच भारत की वित्तीय राजधानी कही जाने वाली मुंबई ने चीन की राजधानी बीजिंग को पीछे छोड़ दिया है। बीजिंग को पछाड़ते हुए मुंबई अब एशिया की बिलेनियर कैपिटल बन गई है।
एवेन्यू सुपरमार्ट के राधाकिशन दमानी 1,54,300 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ आईआईएफएल वेल्थ हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2021 में सातवें स्थान पर हैं।
टॉप-50 दानदाताओं की इस लिस्ट में एक और अन्य भारतीय शामिल है, जिनका नाम अजीम प्रेमजी है। वह विप्रो के मानद चेयरमैन हैं।
हुरुन इंडिया रीयल एस्टेट रिच लिस्ट के मुताबिक इन 100 अमीर बिल्डर्स की कुल संपत्ति वर्ष 2020 के दौरान 26 प्रतिशत बढ़कर 3,48,660 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।
हुरून इंडिया (Hurun India) द्वारा वेल्थ रिपोर्ट (wealth report) के मुताबिक 2020 के दौरान देश में कुल 4.12 लाख अतिधनाढ्य परिवार थे।
एचसीएल के शिव नादर 27 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ तीसरे सबसे अमीर भारतीय हैं। सॉफ्टवेयर कंपनी Zcaler के जय चौधरी की संपत्ति 274 प्रतिशत बढ़कर 13 अरब डॉलर हो गई है
31 मई 2020 तक के अरबपतियों की सूची में पूनावाला दुनिया के 86वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उन्होंने 57 पायदान की छलांग लगाकर यह स्थान हासिल किया है।
रीयल एस्टेट क्षेत्र के दस सबसे अमीर उद्यमियों में से छह मुंबई के हैं। सौ सबसे अधिक अमीरों में से 37 मुंबई के हैं। इस सूची में दिल्ली और बेंगलुरु के 19-19 उद्यमियों के नाम शामिल किए गए हैं।
पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे के बाद लगभग एक समान स्थिति के साथ कारोबार की शुरुआत करने वाले मुकेश ने पिछले सात वर्षों में अपनी संपत्ति में 30 अरब डॉलर जोड़े हैं, जबकि अनिल की संपत्ति में पांच अरब डॉलर से अधिक की कमी दर्ज की गई है।
रीयल्टी क्षेत्र में संकट के बावजूद इस क्षेत्र के शीर्ष 100 कारोबारियों की बाजार के हिसाब से कुल निजी संपत्ति 2018 में 27 प्रतिशत बढ़कर 2.37 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
डीएलएफ के चेयरमैन केपी सिंह देश में सबसे अमीर रियल एस्टेट कारोबारी हैं। उनके पास कुल 23,460 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
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