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वित्त वर्ष 2023-24 में घरेलू बाजार से सैमसंग इंडिया का राजस्व 60,817.9 करोड़ रुपये और निर्यात से 38,723.7 करोड़ रुपये रहा। 31 मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में अन्य आय सहित सैमसंग इंडिया की कुल आय एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को लांघकर 1,02,628.3 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी ने कहा कि ट्रूकॉलर फिलहाल अपने कार्यालयों में अधिकारियों की पूरी तरह से सहायता कर रही है। यह बिना किसी पूर्व सूचना के हुआ और ट्रू-कॉलर वर्तमान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से आधिकारिक पुष्टि और संचार की प्रतीक्षा कर रही है।
सेबी ने अपने कंसल्टेशन पेपर में कहा है कि न्यूनतम अनिवार्य निवेश राशि को 20 प्रतिशत से घटाया जा सकता है और कर्मचारियों के कुल वेतन के आधार पर स्लैब के हिसाब से इसे लागू किया जा सकता है।
1 अक्टूबर से 5 नवंबर की अवधि के दौरान लगभग 6.85 करोड़ यात्रियों ने भारतीय रेल में बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के लिए निर्धारित ट्रेनों के माध्यम से यात्रा की। यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों की संयुक्त जनसंख्या से दोगुनी से भी अधिक है।
व्यापारियों ने कहा कि कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण विदेशों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग है। औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की तरफ से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत भी गिर गई है।
नई दरें 7 नवंबर, 2024 से प्रभावी हो गई हैं। यह दर वृद्धि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा लगातार दसवीं बार अपनी नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखने के निर्णय के बाद की गई है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम मुफ्त नहीं दिया जाएगा और टेलीकॉम रेगुलेटर (ट्राई) इसके लिए कीमत तय करेगा।
ऑटो, मेटल, पावर, टेलीकॉम, फार्मा, रियल्टी में 1-2 प्रतिशत की गिरावट के साथ सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.5-0.5 प्रतिशत की गिरावट आई।
मोटर वाहन सेगमेंट ने सर्वाधिक 2.31 लाख यूनिट्स का तिमाही कारोबार किया। यह पिछले साल की समान तिमाही से नौ प्रतिशत अधिक है। जबकि यूटिलिटी वाहनों की बिक्री भी इस दौरान सर्वाधिक 1.36 लाख यूनिट्स रही।
न्यायालय ने कहा कि विमानन कंपनी का परिसमापन लेनदारों, श्रमिकों और अन्य हितधारकों के हित में है। परिसमापन की प्रक्रिया में कंपनी की संपत्तियों को बेचकर प्राप्त धन से ऋणों का भुगतान किया जाता है। पीठ ने एनसीएलएटी को, उसके फैसले के लिए फटकार भी लगाई।
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