जब हम पूर्व भुगतान करते हैं तो यह पूरी रकम मकान के कर्ज की मूल राशि यानी से एडजस्ट कर दी जाती है। जब मूलधन कम होता है तो इसका असर EMI पर दिखेगा।
आरबीआई ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दर (रेपो) को 0. 40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 प्रतिशत कर दिया है।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनसे आप बिना EMI की बढ़ोत्तरी के आसानी से कर्ज चुका सकें।
आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनसे आप बिना EMI की बढ़ोत्तरी के आसानी से कर्ज चुका सकें।
अधिकांश होम लोन लेने वाले कम ब्याज दर और EMI का बोझ कम करने के लिए रीफाइनेंस कराते हैं। लेकिन रीफाइनेंस का यही एकमात्र लाभ नहीं हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक समीक्षा में नरम नीतिगत रुख को वापस लेने का संकेत दिया है।
आयकर की धारा-80C के तहत आप होम लोन के मूलधन भुगतान पर 1.5 लाख रुपये तक की कर छूट प्राप्त कर सकते हैं।
700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को न केवल सस्ती दरों पर लोन ऑफर करते हैं साथ ही लोन प्रक्रिया भी तेजी से पूरी होती है।
आर्थिक क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि घर खरीदने के लिए किसी एक उम्र सीमा को सबसे बेहतर बताना संभव नहीं है। यह किसी भी व्यक्ति के वित्तीय हालात पर निर्भर करता है।
किसी भी बैंक या एनबीएफसी से होम लोन लेन से पहले प्रोसेसिंग फीस पता करें। यह पता करें कि बैंक आपको लोन देने की एवज में कितना प्रोसेसिंग फीस वूसल रहा है।
मौजूदा समय में अधिकांश बैंक एक दशक के निचले स्तर पर होम लोन मुहैया करा रहे हैं। अधिकांश बैंकों में होम लोन पर ब्याज की दर 6.5% से 7% के बीच है।
आप बैंक से पर्सनल लोन लेते हैं तो इसमें व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट हिस्ट्री ऋण के लिए उनकी पात्रता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।
त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, बैंक ने सितंबर में दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था।
फिलहाल दूसरे बैंक 6.50 प्रतिशत की ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं। इसे देखते हुए होम लोन के लिए 6.40 फीसदी की ब्याज दर सभी बैंकों में सबसे कम है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के लगभग 4.7 करोड़ ग्राहकों को अब आसानी से अपने गांव या शहर में आवास ऋण की सुविधा मिलेगी।
700 से ऊपर क्रेडिट स्कोर काफी मजबूत माना जाता है, बैंक ऐसे क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को न केवल सस्ती दरों पर लोन ऑफर करते हैं साथ ही लोन प्रक्रिया भी तेजी से पूरी होती है।
निचली ब्याज दरों, आवासीय संपत्तियों की कीमतों में कमी तथा कोविड महामारी के बीच अपना घर खरीदने की अवधारणा से मकानों की बिक्री में सुधार हुआ है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने अपने आवास ऋण पर ब्याज दर में 0.35 प्रतिशत की कटौती की है। इसके अलावा बैंक ने वाहन ऋण पर ब्याज दर में 0.50 प्रतिशत की कमी की है।
इससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा, एचएसबीसी बैंक, यस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक ने भी घर के कर्ज को सस्ता किया है। कटौती के बाद शुरुआती दरें 6.45 प्रतिशत से 6.70 प्रतिशत तक हैं।
इससे पहले एचएसबीसी बैंक, यस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी फेस्टिव सीजन को देखते हुए अपने होम लोन की दरों में कटौती का ऐलान कर चुके हैं।
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