नारेडको के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी ने भी नीतिगत दर को यथावत रखने की सराहना की और कहा, नीतिगत दर को 6.5 प्रतिशत पर रखना आर्थिक वृद्धि में तेजी को बनाए रखते हुए मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने के महत्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा, त्योहारों के दौरान आवास ऋण की मांग में उछाल रहने की उम्मीद है।
कोरोना महामारी के बाद घरों की रिकॉर्ड बिक्री का सिलसिला जारी है। इसके चलते पुराने सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं। त्योहारी सीजन में बिक्री और बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में नया रिकॉर्ड बन सकता है।
रियल एस्टेट निवेश पर संभावित रिटर्न निर्धारित करने में लोकेशन महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है। लोकेशन का चयन करने में आवश्यक सेवाओं, रेल स्टेशन, बस स्टेशन और एयरपोर्ट की दूरी, शैक्षणिक संस्थानों और अस्पताल सुविधाओं की निकटता जैसे पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए। इसके साथ ही यह ध्यान रखना चाहिए कि रियल एस्टेट निवेश लंबी अवधि
रिपोर्ट कहती है कि भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र का आकार वर्ष 2047 तक 12 गुना से ज्यादा होकर 5,800 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो पिछले साल 477 अरब डॉलर था।
रेरा के तहत परियोजनाओं (500 वर्ग मीटर से अधिक और आठ अपार्टमेंट से ऊपर) को शुरू करने से पहले उनका रेरा के तहत पंजीकरण करना अनिवार्य है।
किसी भी तरह के लोन में आज के समय में सिबिल स्कोर सबसे अहम फैक्टर है। सिबिल स्कोर एक लोन लेने वाले की क्रेडिट हिस्ट्री का तीन अंकों का संख्यात्मक समरी है।
बैंकों ने पिछले महीने की एक मीटिंग के बाद भारतीय रिजर्व बैंक से होम लोन में स्टाम्प ड्यूटी (stamp duty) को भी कवर करने की अपील की है। मौजूदा समय में होम लोन में इस तरह के खर्च कवर नहीं होते हैं।
15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से बोलते हुए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि शहरों में रहने वाले कमजोर वर्गों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
आठ प्रमुख प्राथमिक आवासीय बाजारों-अहमदाबाद में अप्रैल-जून 2023 की अवधि के दौरान संपत्ति की कीमतों में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में अधिकांश होम बायर्स अपने होम लोन पर 9% की दर से ब्याज चुका रहा है।
बंदेलकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा घरों को किफायती बनाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की सराहना करते हुए उनसे कुछ कर हटाने की गुजारिश भी की।
उआरबीआई ने पिछले साल फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से मुद्रास्फीति में आई तेजी के बीच ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर इसे 6.50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।
अगर आपने लोन लिया है और आप किसी भी कारण से ड्यू डेट पर किस्त चुकाने से चूक गए हैं तो यह आपके लिए बहुत भारी पड़ता है, लेकिन अब रिजर्व बैंक ने आपका राहत दी है।
कुल कर्ज में NBFC की हिस्सेदारी इस साल जून महीने में बढ़कर 9.9% हो गयी जबकि साल भर पहले यह 8.5 % थी
प्रॉपर्टी ब्रोकर का कहना है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद समेत एनसीआर के आसपास के सभी प्रॉपर्टी लोकेशंस में प्रॉपर्टी की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी हुई है।
RBI ने बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी नीति बैठक में अपनी प्रमुख ब्याज दर रेपो को अपरिवर्तित रखा
आपको बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान किया है।
रिजर्व बैंक जल्द ही व्यवस्था करने जा रहा है, जिसके तहत कर्ज लेते समय बैंक ग्राहकों को फिक्स और फ्लोटिंग ब्याज दरों का विकल्प दे सकते हैं। इससे बार बार ईएमआई बढ़ने से राहत मिलेगी।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हजारों ऐसे होम बायर्स हैं जो बिल्डर के बकाये के कारण अपने फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं करा पा रहे हैं, जबकि वह पूरा पैसा दे चुके हैं।
रियल एस्टेट मामलों के विशेषज्ञ प्रदीप मिश्रा ने इंडिया टीवी को बताया कि अगर आप एंड यूजर्स हैं और अपने रहने के लिए घर खरीद रहें हैं तो नई प्रॉपर्टी लेना फायदे का सौदा होगा।
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